बाड़मेर में अशोक गहलोत का बीजेपी-RSS पर तीखा हमला,
तिरंगे और सीजफायर को लेकर उठाए सवाल
1 months ago
Written By: NEWS DESK
Ashok Gehlot News: राजस्थान के बाड़मेर जिले में कांग्रेस द्वारा आयोजित ‘जय हिंद सभा’ में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आरएसएस और बीजेपी को तिरंगे की शान और सम्मान का कोई एहसास नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि, “इनका (संघ का) बस चले तो वो तिरंगा खत्म कर दें।”
बस चले तो RSS तिरंगा खत्म कर दे
RSS पर हमलावर गहलोत ने कहा, “तिरंगा आपने कब अपनाया? आप तो तिरंगे के खिलाफ थे। नागपुर स्थित आरएसएस मुख्यालय में 80 सालों तक तिरंगा नहीं फहराया गया। आज ये तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं, जबकि इनका इतिहास तिरंगे के अपमान से जुड़ा रहा है।” उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी नेता जयपुर की रैली में तिरंगे से मुंह पोंछते देखे गए और कुछ लोग उसे पैरों से कुचल रहे थे। “अगर इनका बस चले, तो ये तिरंगे को खत्म करके आरएसएस के झंडे को राष्ट्रीय ध्वज बना दें,” गहलोत ने कहा।
सीजफायर और अमेरिका की भूमिका पर सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री ने पाकिस्तान के साथ हुए अचानक युद्धविराम (सीजफायर) पर भी सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि जब युद्धविराम की बातचीत हो रही थी तो देश को क्यों नहीं बताया गया? गहलोत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्वीट का हवाला देते हुए कहा, “ट्रंप ने ट्वीट किया और सीजफायर हो गया। आखिर अमेरिका पंचायती करने वाला कौन है? क्या हमें तीसरे देश की मध्यस्थता मंजूर है? ट्रंप कहते हैं कि वे कश्मीर का मसला हल कर देंगे – वे कौन-सी इतिहास पढ़ते हैं?”
केंद्रीय एजेंसियों और सुरक्षा नीति पर आलोचना
गहलोत ने कहा आगे कहा कि, मोदी सरकार जिस तरह से देश चला रही है, उससे लोकतंत्र और संविधान दोनों खतरे में हैं। उन्होंने कहा, “पहलगाम में चार आतंकियों को पकड़ नहीं पाए और तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं। आप असफल रहे। किस मुंह से राष्ट्रवाद की बात करते हो?” गहलोत ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और विपक्ष को दबाया जा रहा है।
‘जय हिंद’ का असली मतलब बताने की जरूरत नहीं
अंत में, अशोक गहलोत ने कहा कि, “जय हिंद का मतलब हमसे मत पूछिए। इनकी तिरंगा यात्राएं सिर्फ राजनीतिक नाटक हैं, जबकि असली देशभक्ति में जिम्मेदारी और पारदर्शिता होनी चाहिए।”