सालों से खुशियों से महरूम हूं, पुलिस से बचते-बचाते पहुंचा हूं…
मेरठ में छलका आजम खां का दर्द
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
UP Politics News: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां रविवार देर शाम मेरठ पहुंचे। यहां वे किठौर में एक शादी समारोह में शामिल होने आए थे। मीडिया से बातचीत के दौरान उनका दर्द एक बार फिर झलक उठा। उन्होंने कहा कि सालों से खुशियों से महरूम हूं, पुलिस से छिपता और भागता हुआ यहां पहुंचा हूं। आजम ने बताया कि वो इस शादी में सिर्फ इसलिए आए ताकि कुछ पल खुशियों के बीच बिता सकें, क्योंकि लंबे समय से जिंदगी में सुकून नहीं रहा।
पुलिस पीछे डुगडुगी बजाती फिरती है आजम खां ने तंज भरे लहजे में कहा कि पुलिस तो मेरे पीछे डुगडुगी और नगाड़े बजाती फिरती है। उन्होंने जेल के दिनों को याद करते हुए कहा कि जब पिछली बार उनकी जमानत होने वाली थी, उसी वक्त पुलिस ने उन पर नया मुकदमा दर्ज कर दिया ताकि वे रिहा न हो सकें। आजम के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने उस समय इस कार्रवाई को बेहद गंभीरता से लिया था और इसे अदालत की तौहीन बताया था। उन्होंने कहा कि उस वक्त उन्हें विशेष कानून के तहत तत्काल जमानत दी गई थी।
सरकार ने फिर बढ़ाईं धाराएं, पर अब बाहर हूं आजम खां ने बताया कि इस बार भी उनके खिलाफ तीन नई धाराएं बढ़ा दी गईं ताकि उनकी रिहाई मुश्किल हो सके। लेकिन सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद वे जेल से बाहर आने में कामयाब हुए हैं। उन्होंने कहा कि वे कानून पर भरोसा रखते हैं और सच की जीत पर विश्वास करते हैं।
बिहार में जंगलराज है, इसलिए प्रचार नहीं किया जब उनसे बिहार चुनाव में प्रचार न करने की वजह पूछी गई तो उन्होंने कहा, वहां जंगलराज है। खुद प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने भी यही कहा है। ऐसे माहौल में मेरा वहां जाना ठीक नहीं होता, कोई हादसा हो सकता था।
सुरक्षा नहीं, जान का खतरा है सुरक्षा लौटाने के सवाल पर आजम खां ने कहा कि गृह मंत्रालय या सरकार की ओर से कोई लिखित सूचना नहीं मिली कि जो लोग वर्दी में हैं, वे उनकी सुरक्षा के लिए हैं। उन्होंने कहा, क्यों न मैं मान लूं कि वे मुझे मारने के लिए आए हैं। आजम ने अपनी आर्थिक तंगी का भी जिक्र किया और कहा कि उन्होंने अपने मकान और प्लॉट बेचने के लिए इश्तेहार निकाला, लेकिन कोई खरीदने नहीं आया। ऐसे में वे सुरक्षा का खर्च भी नहीं उठा सकते।