आजम खान का बड़ा खुलासा,
बोले- अगर मैं विरोध करता तो जया प्रदा हार जातीं
23 days ago Written By: Ashwani Tiwari
UP Politics: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान 23 महीने बाद सीतापुर जेल से रिहा हुए हैं। जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने एक इंटरव्यू में राजनीति से जुड़े कई अहम मुद्दों पर खुलकर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने जया प्रदा, टिकट कटने के विवाद और 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर अपना पक्ष रखा। रामपुर की राजनीति में आजम खान और जया प्रदा के रिश्ते लंबे समय तक चर्चा में रहे। दोस्ती से दुश्मनी तक का यह सफर हमेशा सुर्खियों में रहा है।
जया प्रदा पर बोले आजम खान इंटरव्यू में आजम खान ने 2009 के लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने कभी जया प्रदा की मुखालफत नहीं की। अगर ऐसा किया होता तो नतीजे अलग होते। उन्होंने साफ कहा कि जया प्रदा की जीत को उनकी हार के रूप में न देखा जाए। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि बात खराब हो जाएगी, बहुत खराब हो जाएगी।
रामपुर की राजनीति और जया प्रदा गौरतलब है कि 2004 में जया प्रदा ने कांग्रेस की बेगम नूर बानो को हराया था, जिसमें आजम खान ने उनकी जीत में अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन समय के साथ दोनों नेताओं के बीच मतभेद गहराते गए। 2009 के चुनाव में जया प्रदा फिर से जीतीं, लेकिन इस बार आजम खान समाजवादी पार्टी से अलग हो चुके थे। 2019 में भाजपा ने जया प्रदा को रामपुर से आजम खान के खिलाफ उतारा, लेकिन आजम खान ने यह चुनाव जीत लिया।
टिकट कटने के आरोपों पर जवाब मुरादाबाद से सपा सांसद रहे एसटी हसन ने आरोप लगाया था कि उनका टिकट आजम खान की वजह से कटा और रुचि वीरा को टिकट दिया गया। इस पर आजम खान ने कहा कि जब वह रामपुर में अपनी मर्जी से टिकट तक नहीं दिलवा पाए, तो मुरादाबाद में किसी का टिकट कैसे कटवा सकते हैं। उन्होंने साफ किया कि यह फैसला उनका नहीं था।
सपा में अब भी प्रासंगिक हैं आजम रामपुर में मोहिबुल्ला नदवी को टिकट मिलने पर भी चर्चा रही कि आजम खान नाराज हैं और अपने करीबी आसिम राजा को टिकट दिलाना चाहते थे। हालांकि नदवी चुनाव जीते और सपा की सीट बरकरार रही। आजम खान ने अपने बयान से यह संदेश देने की कोशिश की है कि उनकी सियासी पकड़ अब भी बनी हुई है और वह पार्टी में हाशिए पर नहीं हैं।