वोटरों को घर में बंद करो – ललन सिंह के बयान से मचा बवाल,
EC भेज सकता है नोटिस
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Bihar Election: बिहार विधानसभा उपचुनाव का प्रचार आज खत्म हो रहा है। लेकिन प्रचार के आखिरी दिन मोकामा से जुड़ा एक मामला राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया है। सोमवार को केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह ने मोकामा में जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह के समर्थन में प्रचार किया था। इसी दौरान उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो में दिए गए उनके बयान पर अब विवाद खड़ा हो गया है। आरजेडी ने इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताया है और चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है। अब खबर है कि चुनाव आयोग इस मामले में ललन सिंह को नोटिस भेज सकता है।
अनंत सिंह के समर्थन में पहुंची थी जेडीयू-बीजेपी टीम
मोकामा विधानसभा सीट से जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह दुलीचंद हत्याकांड मामले में जेल में हैं। गिरफ्तारी के बाद पार्टी नेताओं ने उनके समर्थन में प्रचार की कमान संभाली। सोमवार को केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी मोकामा पहुंचे थे। दोनों नेताओं ने जेडीयू कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अनंत सिंह के पक्ष में वोट देने की अपील की। इसी दौरान ललन सिंह का एक बयान विवादों में आ गया। उन्होंने अपने भाषण में कहा आप सब लोग कमान संभाल लीजिए। एक-दो नेता हैं, उनको घर से निकलने मत दीजिए, घर में ही पैक कर दीजिएगा। अगर बहुत हाथ-पैर जोड़ें तो साथ ले जाकर सिर्फ वोट करवा दीजिए, फिर घर बैठा दीजिए। उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो गया।
आरजेडी का हमला और आयोग से कार्रवाई की मांग
आरजेडी ने ललन सिंह के इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर शेयर करते हुए चुनाव आयोग पर निशाना साधा। आरजेडी ने लिखा- केंद्रीय मंत्री ललन सिंह चुनाव आयोग की छाती पर बुलडोजर चलाते हुए कह रहे हैं कि गरीबों को वोटिंग के दिन घर से निकलने नहीं देना है। अगर ज्यादा हाथ-पैर जोड़े तो अपने साथ ले जाकर वोट गिराने देना है। कहां है मरा हुआ आयोग? आरजेडी ने इस बयान को गरीबों और आम मतदाताओं को धमकाने की कोशिश बताया। पार्टी ने आयोग से सख्त कार्रवाई की मांग की।
एक्शन मोड में चुनाव आयोग
मामला बढ़ता देख चुनाव आयोग ने भी संज्ञान लिया है। सूत्रों के अनुसार, आयोग अब ललन सिंह को नोटिस भेज सकता है और उनसे जवाब मांगा जा सकता है। आयोग इस वीडियो की पूरी जांच करवाएगा कि बयान वास्तव में चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है या नहीं। बिहार में इस सीट पर मतदान से पहले यह विवाद राजनीतिक माहौल को और गरमा गया है। अब सबकी नजर चुनाव आयोग की कार्रवाई पर है।