बिहार में नई सरकार की तैयारी तेज, नीतीश कुमार फिर बनेंगे मुख्यमंत्री…
जदयू और बीजेपी ने बैठकों में किया अंतिम फैसला
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद राज्य की राजनीति में हलचल और बैठकों का दौर तेज हो गया है। मंगलवार और बुधवार को हुई बैठकों में जदयू और बीजेपी ने अपने-अपने नेताओं का चयन कर दिया है। जदयू ने एक बार फिर नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुन लिया है, जिससे यह साफ हो गया है कि वे एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। इसके साथ ही भाजपा ने अपने पुराने चेहरों सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा पर फिर भरोसा जताते हुए उन्हें उपमुख्यमंत्री पद के लिए चुना है। बुधवार दोपहर एनडीए की औपचारिक बैठक के बाद नई सरकार के गठन की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंचेगी।
जदयू ने फिर जताया भरोसा, नीतीश बने विधायक दल के नेता जदयू विधायक दल की बैठक में विजय कुमार चौधरी ने नीतीश कुमार के नाम का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव का समर्थन विजेंद्र यादव ने किया। इसके बाद सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को अपना नेता चुन लिया। यह फैसला बताता है कि पार्टी के भीतर उनकी पकड़ अभी भी मजबूत है और वे लगातार दसवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं।
सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा होंगे उपमुख्यमंत्री पटना में बुधवार सुबह बीजेपी विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक हुई। केंद्रीय पर्यवेक्षक केपी मौर्य ने बैठक में सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता और विजय कुमार सिन्हा को उपनेता घोषित किया। दोनों नेता पहले भी नीतीश सरकार में उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं और पार्टी ने एक बार फिर इन्हीं चेहरों पर भरोसा दिखाया है।
एनडीए की बैठक आज जदयू और बीजेपी की बैठकों के बाद अब पटना में एनडीए की संयुक्त बैठक होगी। दोपहर करीब 3:30 बजे नीतीश कुमार को औपचारिक रूप से एनडीए विधायक दल का नेता चुना जाएगा। इसके बाद वे राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को अपना इस्तीफा सौंपेंगे और नई सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
जल्द होगा शपथ ग्रहण, बड़ी हस्तियां रहेंगी मौजूद नीतीश कुमार और उनके नए मंत्रिमंडल के सदस्यों का शपथ ग्रहण समारोह पटना के गांधी मैदान में होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और कई राज्यों के मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है। एनडीए ने इस बार 243 में से 202 सीटें जीतकर बड़ी सफलत हासिल की है, जिसमें बीजेपी ने 89 और जदयू ने 85 सीटें जीतीं।