बकरी की जगह काटें केक, भाजपा के इस विधायक ने कर दी मांग,
डीसीपी को लिखा लेटर
7 days ago
Written By: STATE DESK
गाजियाबाद जिले की लोनी विधानसभा से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने 7 जून को मनाई जाने वाली बकरीद के अवसर पर कटान और मीट दुकानों पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से बकरीद के दिन बकरे की जगह उसकी फोटो रखकर केक काटने की भी अपील की है। उन्होंने इस संबंध में गाजियाबाद डीसीपी रूरल को एक आधिकारिक पत्र लिखा है। जिसके बाद इसको लेकर सियासत तेज हो गई है।
हिंडन एयरपोर्ट के पास कटान पर आपत्ति
अपने पत्र में विधायक गुर्जर ने कहा कि लोनी इलाका एयरक्राफ्ट ऑर्डिनेंस के अंतर्गत आता है। हिंडन एयरपोर्ट भी इस क्षेत्र के पास ही स्थित है। ऐसे में जानवरों का कटान, मीट की दुकानें और कट्टी घर वायुयान सुरक्षा के लिहाज से खतरा पैदा करते हैं। उन्होंने दावा किया कि ऐसे स्थानों से पक्षी आकर्षित होते हैं, जिससे पूर्व में एक वायुसेना का विमान क्रैश हो चुका है।
राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में बताया
गुर्जर ने अपने पत्र में लिखा कि लोनी नगर पालिका के पूर्व अधिशासी अधिकारी डीके राय के सर्वे के अनुसार यहां जानवरों का कटान प्रतिबंधित है। उन्होंने इसे राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में बताया और मांग की कि प्रशासन सख्ती से इस पर रोक लगाए।
माहौल बिगाड़ने का लगाया आरोप
विधायक ने आरोप लगाया कि कुछ लोग जानबूझकर गौवंश की हत्या कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं। उन्होंने प्रशासन से ऐसे तत्वों पर नजर रखने और आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता ड्रोन से नजर रखेंगे ताकि किसी तरह की अवांछनीय गतिविधि न हो।
इको-फ्रेंडली ईद मनाने की अपील
नंद किशोर गुर्जर ने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वे पशु कटान के बजाय बकरे की तस्वीर वाला केक काटें। उन्होंने कहा कि यह एक इको-फ्रेंडली तरीका है, जिससे सभी समुदाय शांति और सद्भाव से त्योहार मना सकें।
अन्य जगहों पर भी उठी मांग
गौरतलब है कि नंद किशोर गुर्जर के अलावा भी कई हिंदू संगठनों ने बकरीद के मौके पर पशुओं के कटान पर आपत्ति जताई है। हालांकि अब तक गाजियाबाद प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। विधायक की यह चिट्ठी एक बार फिर धार्मिक मुद्दों पर बहस को हवा दे रही है और यह देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या निर्णय लेता है।