अयोध्या में CM योगी बोले- पहले अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं पर गोलियां चलती थीं, आज हो रही पुष्पवर्षा,
सरयू महोत्सव में गढ़ी ‘नए भारत की सांस्कृतिक परिभाषा
4 days ago
Written By: NEWS DESK
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अयोध्या में आयोजित सरयू महोत्सव और नगर निगम के दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए पौधरोपण अभियान की शुरुआत की और अयोध्या के तेज़ी से बदलते स्वरूप की सराहना की। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि "पहले अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं पर गोलियां चलती थीं, आज उन पर पुष्पवर्षा होती है।" उन्होंने इसे ‘अतिथि देवो भवः’ की नई परिभाषा बताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 22 जनवरी 2024 को हुए श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा को भारत के सांस्कृतिक गौरव की पुनर्स्थापना बताया।
सरयू महोत्सव और नदियों से जुड़ा भावनात्मक संबोधन
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि, मां सरयू और मां गंगा केवल नदियां नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की आत्मा हैं। उन्होंने सरयू महोत्सव की सराहना करते हुए कहा कि यह उत्सव अयोध्या की पहचान को और प्रबल बनाता है। गंगा दशहरा के मौके पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी आधुनिक भारत के भगीरथ हैं, जिनके नेतृत्व में ‘नमामि गंगे’ अभियान के माध्यम से गंगा फिर से निर्मल हुई।
‘एक पेड़ मां के नाम’ और व्यापक पौधरोपण योजना
वहीं पर्यावरण संरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का ज़िक्र करते हुए कहा कि हर नागरिक अगर अपनी मां के नाम एक पौधा लगाए, तो धरती फिर से हरी-भरी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि आज उन्होंने लखनऊ में बेल और अयोध्या में पीपल, नीम, पाकड़ के पेड़ लगाए।
साथ ही उन्होंने घोषणा की कि, 23 जून को श्यामा प्रसाद मुखर्जी बलिदान दिवस पर प्रदेश भर में विशेष पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा और 1 से 7 जुलाई तक नदियों के किनारे पौधे लगाए जाएंगे। हर जिले में एक नदी को पुनर्जीवित करने का संकल्प लिया गया है।
नगर निगम का सराहनीय कार्य और विकास की नई परिभाषा
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने नगर निगम के दो वर्ष पूरे होने पर 30 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और 33 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने तीन महिला सफाईकर्मियों को सम्मानित करते हुए कहा कि उनकी मेहनत और ईमानदारी की वजह से अयोध्या अब एक स्वच्छ, सुंदर और सुव्यवस्थित शहर बन चुका है।
सांस्कृतिक और धार्मिक विकास की दिशा में नए कदम
वहीं इस दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि, अयोध्या में राम की पैड़ी का विस्तार, अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, मठ-मंदिरों का विकास, और पौराणिक पात्रों के नाम पर वाटिकाएं जैसे कार्य अयोध्या को एक आस्था और विकास के संगम के रूप में स्थापित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में अयोध्या वासियों से अपील की कि वे नदी संरक्षण में जिला प्रशासन का साथ दें। उन्होंने नगर निगम की स्मारिका का विमोचन भी किया और विभागीय प्रदर्शनी स्टॉलों का अवलोकन किया। यह आयोजन सिर्फ अयोध्या की धार्मिक पहचान का उत्सव नहीं, बल्कि विकास, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति नई सोच और प्रतिबद्धता का प्रतीक बनकर उभरा।