डीएनए विवाद में अब CM योगी की एंट्री,
कहा-सपा से शालीन व्यवहार की उम्मीद बेमानी
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
CM Yogi On DNA: उत्तर प्रदेश की सियासत में ‘डीएनए’ को लेकर शुरू हुई जुबानी जंग अब और भी गरमा रही है। अभी तक सोशल मीडिया पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के बीच तू-तू, मैं-मैं चल रही थी। अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी मोर्चा संभाल लिया है। सोमवार को उन्होंने बिना नाम लिए अखिलेश यादव को आड़े हाथ लिया। जिसके बाद इस मुद्दे को लेकर सियासत तेज हो गई है।
सपा से शालीनता की उम्मीद बेमानी
DNA पर समाजवादी पार्टी की अभद्र टिप्पणी के बाद छिड़े विवाद में CM योगी ने आज “X” पर पोस्ट कर सपा को अपने हैंडल की समीक्षा करने की नसीहत दी है। सपा को आड़े हाथों लेते CM योगी ने लिखा है कि, “सपा से शालीन व्यवहार की उम्मीद बेमानी है, लेकिन सभ्य समाज अभद्र और अश्लील बयानों को बर्दाश्त नहीं कर सकता।” CM योगी ने आगे यह भी कहा कि, “सपा के शीर्ष नेतृत्व को अपने सोशल मीडिया हैंडल की समीक्षा करनी चाहिए और आत्ममंथन करना चाहिए कि वे समाज में किस प्रकार का संदेश दे रहे हैं।”
ब्रजेश पाठक ने फिर कसा तंज: "आईने से मत झगड़िए"
इससे पहले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सोमवार सुबह सोशल मीडिया पर अखिलेश यादव पर सीधा निशाना साधते हुए कहा, “अखिलेश जी, डीएनए के सवाल पर आप इस कदर भड़क गए जैसे 10 साल पहले यूपी की सत्ता से बाहर हो गए थे। आप जातिवाद और तुष्टीकरण की राजनीति करते हैं। मुस्लिम तुष्टीकरण आपकी राजनीति की दाल-रोटी है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अखिलेश यादव ने अपने कार्यकाल के दौरान आतंकियों से जुड़े 14 मामलों को वापस लिया था। उन्होंने लिखा, “आपकी पार्टी की राजनीति ही जातिवाद और तुष्टीकरण पर टिकी रही है। मुस्लिम तुष्टीकरण आपकी राजनीति की दाल-रोटी है। आपने सिग्नेचर से आतंकियों से जुड़े 14 केस एक साथ वापस लिए। किस-किस को गालियां देते फिरेंगे आप? , अपना चेहरा साफ कीजिए, आईने से मत झगड़िए।”
कैसे शुरू हुआ डीएनए विवाद?
दरअसल पूरा विवाद 16 मई को सपा की मीडिया सेल की एक सोशल मीडिया पोस्ट से शुरू हुआ, जिसमें ब्रजेश पाठक के डीएनए को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई। पोस्ट में उनके डीएनए को रेड लाइट क्षेत्रों सोनागाछी और जीबी रोड से जोड़ा गया था। पोस्ट में लिखा था कि, “ब्रजेश पाठक का खुद का डीएनए सोनागाछी और जीबी रोड का है। उन्हें खुद नहीं पता कि उनका असली डीएनए क्या है, कहां का है और किसका है।” इस पोस्ट के बाद ब्रजेश पाठक ने तीखी प्रतिक्रिया दी और अखिलेश यादव व उनकी पत्नी डिंपल यादव से जवाब मांगा कि क्या यही उनकी पार्टी की सोच और भाषा है। भाजपा ने इस पोस्ट के खिलाफ FIR भी दर्ज कराई है।
अखिलेश का जवाब और भाजपा की प्रतिक्रिया
उसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया में कहा कि वह अपने लोगों को समझाएंगे, लेकिन भाजपा नेताओं को भी अपनी भाषा संयमित रखनी चाहिए। इसके बाद ब्रजेश पाठक ने एक और पोस्ट करते हुए सपा कार्यकर्ताओं को लोहिया और जयप्रकाश नारायण को पढ़ने की सलाह दी। वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी इस विवाद में टिप्पणी करते हुए कहा कि “परिवारवादी समाजवाद अब लठैतवाद में बदल चुका है।"