क्या पंचायत का चुनाव तय करेगा कांग्रेस का MLA कैंडिडेट ?
जानिए क्या है पार्टी का मास्टर प्लान
5 days ago
Written By: STATE DESK
Congress Panchayat Elections: उत्तर प्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने जमीनी स्तर पर मजबूत रणनीति बनानी शुरू कर दी है। पार्टी ने ‘100 दिन का संगठन सृजन अभियान’ शुरू किया है, जिसके तहत 403 विधानसभा सीटों पर बूथ से लेकर जिला स्तर तक संगठन को मजबूत किया जा रहा है। इस बार पार्टी ने पंचायत चुनाव को ही अपना परीक्षण मैदान बना लिया है। बताया जा रहा है कि, पंचायत चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने वाले और ज्यादा सदस्य बनाने वालों को पार्टी विधानसभा चुनाव में टिकट देगी।
तीन श्रेणियों में बांटी गई 403 सीटें
मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस ने सभी 403 विधानसभा सीटों को तीन श्रेणियों - A, B और C में बांटा है। इस वर्गीकरण के आधार पर कार्यकर्ता तैनाती, सोशल मीडिया रणनीति और जनसंपर्क अभियान तय किए जा रहे हैं। डिजिटल डेटा, जातीय समीकरण और स्थानीय फीडबैक के आधार पर माइक्रो प्लानिंग हो रही है।
पंचायत चुनाव में कांग्रेस अकेले
वहीं, यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने साफ किया है कि, पार्टी पंचायत चुनाव अकेले लड़ेगी। पंचायत चुनाव का प्रदर्शन ही विधानसभा टिकट का आधार बनेगा। यानी जो कार्यकर्ता ज़मीन पर दिखेगा और जनसमर्थन जुटाएगा, उसे ही टिकट मिलेगा। टिकट अब पहचान, सिफारिश या नजदीकी के आधार पर नहीं मिलेगा।
संगठन सृजन बनेगा रीढ़
वहीं दावा किया ज रहा है कि, कांग्रेस 15 जून तक ब्लॉक से लेकर वार्ड अध्यक्षों की नियुक्ति पूरी कर लेगी। पहले ही जिला और शहर कमेटियों का गठन हो चुका है। अब प्रदेश कार्यसमिति के गठन की तैयारी है। संगठन को मजबूत करने में पूर्व सांसद, मंत्री और विधायक भी लगाए गए हैं।
कांग्रेस का फोकस – दलित, पिछड़ा और युवा
कांग्रेस का लक्ष्य है कि 2027 तक एक 5-स्तरीय संगठनात्मक नेटवर्क खड़ा किया जाए, जो चुनाव के समय ही नहीं, हमेशा सक्रिय रहे। दलित, पिछड़े और युवाओं को जोड़ने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। हर जिले में एक संगठन सृजन कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया जाएगा।
गठबंधन पर स्थिति
अजय राय ने कहा कि सपा से गठबंधन होगा या नहीं, इसका फैसला पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व करेगा। लेकिन कांग्रेस 403 सीटों पर अपनी तैयारी कर रही है। वहीं सपा ने कांग्रेस को 35-40 सीटें देने के संकेत दिए हैं, जबकि कांग्रेस 100 से कम सीटों पर समझौते को तैयार नहीं है।
इमरान मसूद का बयान
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने दावा किया कि अगर गठबंधन हुआ, तो बराबरी के आधार पर होगा, यानी “फिफ्टी-फिफ्टी”। उन्होंने कहा कि 2024 का फार्मूला 17-63 अब नहीं चलेगा।
पंचायत से दबाव बनाएगी कांग्रेस
कांग्रेस का मानना है कि पंचायत चुनाव लोकल नेटवर्किंग का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है। इससे संगठन की ताकत और कमजोरी का सही आकलन होगा और संभावित उम्मीदवारों की सूची भी तैयार हो सकेगी। पंचायत चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करके कांग्रेस सपा पर रणनीतिक दबाव बनाने की कोशिश कर रही है।
लक्ष्य 50 सीटों पर प्रभावी उपस्थिति
बताते चलें कि, 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने यूपी में 6 सीटें जीतीं और 9 पर दूसरे स्थान पर रही। विश्लेषकों का मानना है कि यह रुझान कायम रहा तो 2027 में कांग्रेस 40 से 50 सीटों पर दमदार उपस्थिति दर्ज करा सकती है।