"कश्मीर हमारा था, हमारा ही रहेगा, अमेरिका की मध्यस्थता क्यों?"
भारत-पाक सीजफायर पर इमरान मसूद का सवाल
1 months ago
Written By: STATE DESK
India Pakistan Ceasefire: भारत-पाकिस्तान के बीच हुए हालिया सीजफायर पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने केंद्र सरकार से कई तीखे सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पराक्रम दिखाने में कोई कमी नहीं रखी, लेकिन अचानक एक तीसरे मुल्क से यह जानकारी आती है कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हो गया है। उन्होने पहलगाम हमले में हुई जनहानि को लेकर भी सरकार पर सवाल उठाए हैं।
बाहर से पता चला की सीज फायर हुआ है
सीज फराय को लेकर अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के ऐलान को लेकर इमरान मसूद ने कहा है कि "हमें बाहर से पता चल रहा है कि सीजफायर हुआ है। पूरा देश जानना चाहता है कि पहलगाम के कातिल कहां हैं? देश को यह पता चलना चाहिए कि आखिर हुआ क्या है?"
इंदिरा गांधी की याद आती है
मसूद ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल उठाया कि भारत को किसी तीसरे देश की मध्यस्थता स्वीकार करने की जरूरत क्यों पड़ी। उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत का था और भारत का ही रहेगा। उन्होने आगे कहा कि “हम अमेरिका से कश्मीर पर बात करने के लिए क्यों तैयार होंगे? हम बार-बार कह रहे हैं कि इंदिरा गांधी जी बहुत याद आती हैं,” जिसके बाद इमरान मसूद के इस बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। उन्होंने जहां एक ओर सेना के पराक्रम की सराहना की, वहीं सरकार की विदेश नीति और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए है।