मंत्री असीम अरूण के कार्यक्रम में बवाल: प्रभारी मंत्री के सामने लगे नारे,
मची अफरा-तफरी, वजह चौंकाने वाली
2 months ago
Written By: STATE DESK
BJP Minister Controversy UP: कन्नौज के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय में आयोजित डॉ. भीमराव आंबेडकर सम्मान समारोह उस वक्त हंगामे की भेंट चढ़ गया, जब समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण के खिलाफ लोधी समाज और भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। "मंत्री वापस जाओ" जैसे नारे सभागार में गूंजते रहे और माहौल तनावपूर्ण हो गया। जिसके बाद मंत्री को सभागार से उलटे पाँव वापस जाना पड़ा।
अंबेडकर सम्मान कार्यक्रम में विरोध
दरअसल कन्नौज के मेडिकल कॉलेज के सभागार में गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी द्वारा अंबेडकर सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कन्नौज जिले की प्रभारी और उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी थीं। कार्यक्रम में असीम अरुण के साथ विधायक तिर्वा कैलाश राजपूत, पूर्व सांसद सुब्रत पाठक, भाजपा जिलाध्यक्ष वीर सिंह भदौरिया सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
लोधी समाज ने जताया विरोध
कार्यक्रम के दौरान जब असीम अरुण मंच से अपना संबोधन दे रहे थे, तभी लोधी समाज के कई लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। "लोधी समाज जिंदाबाद" के नारों के साथ कई लोग मंच की ओर बढ़ने लगे। मंच पर मौजूद नेताओं ने भीड़ को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने। पुलिस ने भी हालात संभालने का प्रयास किया, लेकिन स्थिति नियंत्रण में नहीं आ सकी।
ये रही विरोध प्रदर्शन की वजह
बताया जा रहा है कि यह विरोध 16 अप्रैल की एक घटना को लेकर था, जिसमें सदर क्षेत्र की लोधी समाज की एक युवती को मोहल्ले का ही एक अनुसूचित जाति (एससी) युवक अपने साथ ले गया था। आरोप है कि इस मामले को लेकर तीन दिन पहले समाज के लोगों ने राज्यमंत्री असीम अरुण को जानकारी दी थी। युवती को परिजनों के सुपुर्द करने की मांग के साथ सामाजिक प्रतिष्ठा को लेकर चिंता जताई गई थी।
मंत्री पर आरोपी को संरक्षण देने का लगाया आरोप
लोधी समाज के लोगों का आरोप है कि बातचीत के दौरान मंत्री ने कानून का हवाला देते हुए विरोध करने पर कार्रवाई की बात कही, जिससे समाज के लोग भड़क उठे। उनका आरोप है कि मंत्री ने युवती को ले जाने वाले युवक को संरक्षण देने की बात कही। इसी के चलते गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में लोगों ने खुले तौर पर मंत्री का विरोध किया और जमकर नारेबाजी की। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि समारोह में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।