लखनऊ को जाम और प्रदूषण से मिलेगी राहत,
145 किलोमीटर लंबी स्टेट कैपिटल रिंग रोड की तैयारी शुरू,रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने की पहल
12 days ago
Written By: State Desk
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ट्रैफिक जाम और प्रदूषण की समस्या को कम करने के लिए एक और बड़ी पहल की जा रही है। आउटर रिंग रोड के बाद अब स्टेट कैपिटल रिंग रोड (SCRR) के निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाया गया है। यह सड़क खास तौर पर भारी मालवाहक वाहनों जैसे ट्रक, ट्रेलर और कंटेनरों के लिए बनाई जाएगी, जिससे शहर की सड़कों से भारी वाहनों का दबाव हटाया जा सकेगा।
क्या है स्टेट कैपिटल रिंग रोड परियोजना…?
करीब 145 किलोमीटर लंबी इस रिंग रोड को इस तरह से डिजाइन किया जा रहा है कि यह लखनऊ के चारों ओर एक मजबूत परिवहन नेटवर्क तैयार करेगी। खास बात यह है कि इस रिंग रोड पर केवल भारी वाहनों को चलने की अनुमति होगी, जबकि दोपहिया और हल्के वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी। यह परियोजना किसान पथ, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, तथा एससीआर क्षेत्र के अन्य प्रमुख हाईवे और एक्सप्रेसवे से सीधे जुड़कर, लखनऊ के यातायात को व्यवस्थित करने में मदद करेगी। इससे सुल्तानपुर, अयोध्या, वाराणसी, कानपुर और हरदोई जैसे जिलों से आने वाले भारी वाहन बिना शहर में प्रवेश किए बाहर से ही निकल जाएंगे।
किसने की पहल…?
इस महत्वपूर्ण परियोजना की पहल रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह के प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी द्वारा की गई है। उन्होंने लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) और आवास विकास परिषद को पत्र भेजकर अनुरोध किया कि वे संयुक्त सर्वे कर भूमि चिन्हित करें और निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार करें।
सर्वे शुरू, जल्द मिल सकती है मंजूरी…
एलडीए और आवास विकास परिषद ने इस पत्र के बाद संयुक्त रूप से सर्वेक्षण कार्य शुरू कर दिया है। जैसे ही विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार होती है, उसे सांसद राजनाथ सिंह के माध्यम से आगे की स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।
क्या होंगे फायदे…?
1- शहर के भीतर से भारी वाहनों का बोझ कम होगा
2- ट्रैफिक जाम की समस्या में उल्लेखनीय सुधार
3- सड़क दुर्घटनाओं की आशंका घटेगी
4- वायु और ध्वनि प्रदूषण में कमी
5- लखनऊ को स्मार्ट ट्रैफिक मॉडल की दिशा में बढ़ावा
एक अनुमान के अनुसार, इस रिंग रोड से रोजाना 50,000 से 80,000 भारी वाहन गुजरेंगे, जिससे राजधानी की सड़कों को राहत मिलेगी और ट्रैफिक संचालन अधिक सुचारू होगा।