मायावती ने फिर भतीजे आकाश आनंद पर जताया भरोसा,
बनाया चीफ नेशनल को-ऑर्डिनेटर, BSP में नंबर-2 की पोजिशन
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
Akash Anand BSP: बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर अपने भतीजे आकाश आनंद पर भरोसा जताते हुए उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। रविवार को दिल्ली में हुई ऑल इंडिया पार्टी मीटिंग में उन्हें पार्टी का चीफ नेशनल को-ऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया है, जो पार्टी में नंबर-2 की पोजिशन मानी जाती है। यह फैसला ऐसे समय पर लिया गया है, जब मायावती ने कुछ ही महीने पहले आकाश आनंद को पार्टी से बाहर कर दिया था। हालांकि, सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के बाद उन्हें फिर से पार्टी में शामिल कर लिया गया था। जिसके बाद अब उन्हें ये नई जेम्मेदारी सौंपी गई है।
16 महीने में तीसरी बार मिली बड़ी जिम्मेदारी
बताते चलें कि, मायावती आकाश आनंद को पहले भी दो बार उत्तराधिकारी घोषित कर चुकी हैं, लेकिन बाद में उन्हें पद से हटा दिया गया था। दरअसल 3 मार्च 2025 को आकाश को पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद, 13 अप्रैल को मायावती ने उन्हें माफ करते हुए हुए पार्टी में वापस लिया था। इस दौरान उन्होंने ये साफ़ भी किया था कि अब उन्हें उत्तराधिकारी नहीं बनाया जाएगा। जिसके बाद, अब लगभग 35 दिन के भीतर ही उन्हें फिर से संगठनात्मक रूप से एक मजबूत पद सौंप दिया गया है।
तीन नए नेशनल को-ऑर्डिनेटर की नियुक्ति
दरअसल इस बैठक में मायावती ने 3 नए नेशनल को-ऑर्डिनेटर भी नियुक्त किए, जो अब आकाश आनंद को रिपोर्ट करेंगे। इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि आकाश को दोबारा संगठन की मुख्यधारा में लाकर पार्टी की रणनीति और विस्तार की जिम्मेदारी उन्हें दी जा रही है।
बैठक में कई बड़े फैसले
दरअसल दिल्ली में हुई इस बैठक में कई और बड़े फैसले भी लिए गए हैं। इस दौरान यहां मायावती ने बिहार विधानसभा चुनाव में अकेले उतरने का ऐलान किया है। इस दौरान मायावती ने कहा कि, “BSP बिहार की सभी 240 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं किया जाएगा।” वही बसपा सुप्रीमो ने इस दौरान 'ऑपरेशन सिंदूर' का समर्थन भी किया। इस दौरान बैठक में 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में सेना की कार्रवाई की सराहना की गई। साथ ही पाकिस्तान की परमाणु धमकी के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की बात भी कही गई। वहीं इस दौरान सामाजिक न्याय और कानून-व्यवस्था पर फोकस करने पर भी विचार किया गया। यहां गौतम बुद्ध और डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमाओं के अपमान की घटनाओं पर राज्य सरकारों से सख्त कार्रवाई की मांग की गई। साथ ही जातिवादी और साम्प्रदायिक तत्वों को नियंत्रित करने पर जोर दिया गया। वही इस बैठक में बहुजन वॉलंटियर फोर्स को पुनः सक्रिय करने का निर्देश भी दिया गया है। यहां पार्टी कार्यक्रमों में व्यवस्था और अनुशासन बनाए रखने के लिए BVF को फिर से संगठित करने के निर्देश दिए गए हैं।