जातीय जनगणना पर गरमाई सियासत,
मायावती ने BJP-कांग्रेस दोनों को घेरा
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
Mayawati Caste Census: जातीय जनगणना कराए जाने के केंद्र सरकार के फैसले पर सियासी संग्राम तेज हो गया है। शुक्रवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक टालमटोल के बाद अब सरकार जातीय जनगणना कराने जा रही है, लेकिन बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही इसे अपनी जीत बताकर खुद को ओबीसी हितैषी साबित करने की होड़ में लगे हैं।
"वोट हमारा-राज तुम्हारा" अब नहीं चलेगा
मायावती ने बहुजन समाज से आह्वान करते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब "वोट हमारा-राज तुम्हारा" के मानवतावादी संघर्ष को सार्थक किया जाए। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज को अब अपने पैरों पर खड़ा होना होगा, क्योंकि लापरवाही और ढिलाई घातक साबित हो सकती है। उन्होंने दो टूक कहा कि भाजपा और कांग्रेस पर अब भी भरोसा करना बहुजन समाज के हित में नहीं है।
"नीयत साफ होती, तो OBC हकदार होता"
मायावती ने कहा कि यदि इन राजनीतिक दलों की नीयत वाकई बहुजन समाज के प्रति ईमानदार होती, तो ओबीसी वर्ग आज देश की तरक्की में बराबरी का भागीदार होता। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का आत्म-सम्मान और स्वाभिमान का मिशन तभी पूरा होता, अगर इन पार्टियों ने समय रहते बहुजन समाज को उसका अधिकार दिया होता।
"OBC वोटों के लिए लालायित हैं पार्टियां"
बसपा प्रमुख ने आगे कहा कि आज जब ओबीसी समाज जागरूक हो गया है और अपने हक की आवाज बुलंद कर रहा है, तब भाजपा और कांग्रेस जैसी पार्टियां उनके हितैषी दिखने की कोशिश में जुट गई हैं। उन्होंने इसे दिखावा करार देते हुए कहा कि असली हित सिर्फ बहुजन समाज पार्टी ही कर सकती है, क्योंकि यही पार्टी बहुजन समाज के संघर्ष और अधिकारों की सच्ची प्रतिनिधि है।