Mayawati: मोदी सरकार के बयान पर मायावती ने दिया चौंकाने वाला रिएक्शन,
जानकर रह जाएंगे हैरान
1 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
BSP Chief Mayawati: देश में संविधान की प्रस्तावना से सेक्युलरिज्म और सोशलिज्म जैसे शब्द हटाने की अटकलों पर अब विराम लग गया है। केंद्र सरकार ने संसद में स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे किसी बदलाव की न तो मंशा है और न ही विचार। सरकार के इस स्पष्टीकरण पर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह संविधान और बाबा साहेब अंबेडकर की मूल भावना की रक्षा के लिए एक राहत भरी खबर है।
मायावती ने कहा- संविधान से छेड़छाड़ गलत
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया साझा की। उन्होंने लिखा कि देश के कानून मंत्री का यह कहना कि संविधान की प्रस्तावना से सेक्युलरिज्म शब्द हटाने की कोई योजना नहीं है, यह उचित एवं सराहनीय है। यह बयान उन लोगों के लिए आश्वासन की तरह है जो बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान में किसी भी अनुचित बदलाव के सख्त खिलाफ हैं। इसके साथ ही मायावती ने अपने बयान में भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता की भी बात की। उन्होंने कहा कि हमारा देश हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध और पारसी जैसे अलग-अलग धर्मों को मानने वालों का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। यही विविधता हमारी सबसे बड़ी ताकत है और संविधान ने सभी धर्मों को बराबरी का दर्जा दिया है।
संविधान में बाबा साहेब की सोच की झलक
मायावती ने यह भी कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने संविधान इस सोच के साथ बनाया था कि भारत में समतामूलक समाज व्यवस्था हो और हर धर्म को सम्मान मिले। इसी सोच के तहत संविधान के हर हिस्से में बराबरी, स्वतंत्रता और धर्मनिरपेक्षता की भावना दिखाई देती है।
सरकार पर उम्मीद जताई
वहीं अंत में बसपा प्रमुख ने केंद्र सरकार से उम्मीद जताई कि वह अपने इस रुख पर अडिग रहेगी और संविधान की पवित्रता को बनाए रखेगी। उन्होंने कहा कि यह केवल संवैधानिक जिम्मेदारी नहीं बल्कि देश की आम जनता की भी इच्छा है कि संविधान से किसी भी तरह की छेड़छाड़ न हो।
क्या कहा था कानून मंत्री ने
बता दें कि हाल ही में संसद में हुए एक सवाल के जवाब में कानून मंत्री ने स्पष्ट किया था कि सेक्युलरिज्म और सोशलिज्म शब्दों को संविधान की प्रस्तावना से हटाने की सरकार की कोई योजना नहीं है। सरकार ने इस विषय पर किसी तरह की चर्चा भी नहीं की है।