अब गाजीपुर में नहीं बचे माफियाओं के ठिकाने… मंत्री असीम अरुण बोले-
योगी सरकार में सिर नहीं उठा सकते अपराधी
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
UP Politics: गाजीपुर में आयोजित अनुसूचित युवा सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण राज्यमंत्री असीम अरुण ने शिरकत की। शहर के एक गेस्ट हाउस में आयोजित इस सम्मेलन में उन्होंने युवाओं को संबोधित किया और कई अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी। मंत्री ने ऑनलाइन गेमिंग बिल से लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) शासनकाल और माफियाओं पर योगी सरकार की कार्रवाई तक, विभिन्न विषयों पर खुलकर चर्चा की। उन्होंने युवाओं को आत्मनिर्भर बनने की सलाह दी और प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को गिनाया।
ऑनलाइन गेमिंग बिल और खतरे
असीम अरुण ने ऑनलाइन गेमिंग बिल को बेहद जरूरी कदम बताया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ऑनलाइन गेमिंग ओलंपिक खेलों का हिस्सा बनेगी, लेकिन इसमें धन के लेन-देन और सट्टेबाजी जैसी गतिविधियों के कारण हालात बिगड़ रहे हैं। कई बच्चे गेमिंग के दबाव में आत्महत्या तक कर रहे हैं। सरकार ऐसे मामलों पर सख्ती से नियंत्रण करेगी ताकि युवा सुरक्षित रह सकें।
सपा शासनकाल पर हमला और माफियाओं पर सख्ती
मंत्री ने समाजवादी पार्टी के शासनकाल को कानूनविहीन बताते हुए कहा कि उस समय अपराधियों के हौसले बुलंद थे। प्रयागराज में अतीक अहमद का राज सिर्फ हत्याओं पर टिका था। राजू पाल की हत्या इसका उदाहरण है, जहां उनके परिवार को भी प्रताड़ित किया गया। लेकिन योगी सरकार में किसी की हिम्मत नहीं कि पूजा पाल पर आंख उठाकर देख सके। उन्होंने गाजीपुर को कभी माफियाओं का गढ़ बताया और कहा कि पहले जीप पर बंदूक लहराने वाले माफिया अब व्हीलचेयर पर हैं।
युवाओं को सशक्त बनाने की योजनाएं
असीम अरुण ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा योजना युवाओं को नई दिशा दे रही है। सरकार चाहती है कि युवा नौकरी करने के साथ-साथ अपना खुद का व्यवसाय भी शुरू करें। उन्होंने युवाओं से कहा कि किसी भी भेदभाव की स्थिति में कानून हाथ में न लें बल्कि संबंधित अधिकारियों को सूचना दें। मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं के हित में कई फैसले लिए हैं, जिनमें रुकी हुई छात्रवृत्ति को मंजूरी देना शामिल है।
सपा शासन में उद्योगों का पलायन
अखिलेश यादव के आरोपों का जवाब देते हुए असीम अरुण ने कहा कि सपा शासन में उद्योग उत्तर प्रदेश से बाहर जा रहे थे। कर्मचारी भी यहां की पोस्टिंग से बचते थे। लेकिन योगी सरकार में हालात बदल चुके हैं। आज निवेशक और उद्योगपति यूपी में काम करना चाहते हैं और प्रदेश तरक्की की राह पर तेजी से बढ़ रहा है।