'वक़्फ़ बिल तो बहाना है, मकसद काफ़िरों को मिटाना है'
–मुर्शिदाबाद हिंसा पर राजा भैया ने ममता को घेरा
7 days ago
Written By: State Desk
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के कुंडा से विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भैया ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हालिया हिंसा को लेकर ममता सरकार पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने इस घटना को सुनियोजित हमला बताते हुए इसे वक्फ बिल की आड़ में हिंदुओं के खिलाफ साजिश करार दिया है। राजा भैया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक लंबी पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने रहीमदास के प्रसिद्ध दोहे "कह रहीम कैसे निभै, केर बेर को संग" का हवाला देते हुए हिंसा की कड़ी निंदा की। साथ ही वक्फ कानून को लेकर भी गंभीर सवाल उठाए।
'आखिर हिंदुओं का दोष क्या था?'
अपनी पोस्ट में राजा भैया ने दो तस्वीरें भी साझा कीं। पहली तस्वीर में एक वृद्धा को रोते हुए दिखाया गया है, जिनके पति और बेटे की हत्या कर दी गई। दूसरी तस्वीर एक स्कूल की है, जिसे हिंसा पीड़ित परिवारों के लिए शरणार्थी शिविर में तब्दील किया गया है। राजा भैया ने लिखा, "आज वक्फ के समर्थन और विरोध में देश की राजनीति दो खेमों में बंटी है। लेकिन मुर्शिदाबाद में जिन बेकसूर हिंदू परिवारों के घर जलाए गए, दुकानें लूटी गईं, और पिता-पुत्र की निर्मम हत्या की गई — उनका वक्फ संशोधन बिल से कोई लेना-देना नहीं था। उनको तो शायद पता भी नहीं होगा कि वक्फ क्या होता है।" उन्होंने आगे लिखा, "बिल के बहाने ‘अल्पसंख्यकों’ ने अकारण, बिना किसी उकसावे के सुनियोजित हिंसक हमला किया है। आखिर हिंदू कब तक और कहां तक भागेगा? बांग्लादेश से जान बचाकर भारत आए थे, अब यहां भी चैन नहीं।"
'संविधान में वक्फ का कोई जिक्र नहीं'
राजा भैया ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर का भी ज़िक्र करते हुए कहा कि, "संविधान में वक्फ का कोई स्थान नहीं है। ये शब्द कभी बाबा साहब के संविधान में था ही नहीं। हत्या, लूटपाट और बर्बरता धर्म के आधार पर की जा रही है। सबसे दुखद यह है कि पिछड़े और दलित वर्ग के नेता इस पर चुप्पी साधे हुए हैं।"
'बिल तो बहाना है, मकसद काफ़िरों को मिटाना है'
राजा भैया ने अपने पोस्ट का अंत बेहद तीखे शब्दों में करते हुए लिखा, "बिल तो बस बहाना है, मकसद ‘काफ़िरों’ को मिटाना है।" उन्होंने कहा कि अब हिंदू समाज को एकजुट होकर ऐसी घटनाओं के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।