“सिंदूर का सौदा मंजूर नहीं” – पवन खेड़ा का मोदी सरकार पर तीखा हमला,
विदेश मंत्रालय ने जताया विरोध
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
Pawan Khera VS Modi Govt: कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने भाजपा को "सिंदूर का सौदागर" बताते हुए आरोप लगाया कि देश की सुरक्षा, गरिमा और सैनिकों के बलिदान से सौदेबाज़ी की जा रही है और प्रधानमंत्री खामोश हैं। उन्होंने स्पष्ट किया की सिन्दूर का सौदा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इधर भारत के विदेश मंत्रालय ने विदेश मंत्री पर लगाये गए आरोपों को झूठा करार दिया है। जिसके बाद उनके इस बयान को लेकर सियासत तेज हो गई है।
ट्रंप बोले- हमने युद्ध रुकवाया, और मोदी चुप रहे: खेड़ा
इस दौरान खेड़ा ने दावा किया कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सार्वजनिक मंचों से यह कहा कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाया। उन्होंने यहां तक कहा कि भारत को व्यापार बंद करने की धमकी दी गई थी। इस पर खेड़ा ने तीखा तंज कसते हुए कहा, "यानि सिंदूर का सौदा होता रहा और प्रधानमंत्री चुप रहे।"
विदेश मंत्री पर भी उठाए सवाल
इस दौरान पवन खेड़ा ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भी कई सवाल पूछे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सवाल दोहराए। उन्होंने आरोप लगाया कि जयशंकर ने स्वीकार किया है कि भारत ने एयर स्ट्राइक से पहले पाकिस्तान को जानकारी दी थी। खेड़ा बोले, "अगर सच में ऐसा हुआ है, तो सरकार को यह बताना चाहिए कि इस वजह से हमने कितने विमान गंवाए। यह कोई भूल नहीं थी, यह एक अपराध था, पाप था।"
विदेश मंत्रालय ने किया विरोध
उधर, विदेश मंत्रालय ने राहुल गांधी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जयशंकर के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि विदेश मंत्री ने केवल यह कहा था कि ऑपरेशन की शुरुआत में पाकिस्तान को एक चेतावनी दी गई थी, न कि स्ट्राइक से पहले कोई जानकारी साझा की गई थी।
"जयशंकर हैं आज के मोरारजी देसाई" – खेड़ा
खेड़ा ने ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए कहा कि 1977-79 में प्रधानमंत्री रहे मोरारजी देसाई ने पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जिया-उल-हक को फोन पर भारत की खुफिया जानकारी साझा की थी, जिससे RAW को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। उन्होंने कहा, "मोरारजी ने एक फोन से हमारी दशकों की मेहनत खत्म कर दी थी। अब वही इतिहास दोहराया जा रहा है।" उन्होंने जयशंकर की तुलना मोरारजी से करते हुए कहा, "इनका मुखबिरी का इतिहास रहा है।"
"सिंदूर से सौदा मंजूर नहीं"
खेड़ा ने अंत में कहा कि जब भारत के सैनिक पराक्रम दिखा रहे होते हैं, तो टीवी चैनलों पर इस्लामाबाद और कराची पर कब्ज़ा किए जाने की खबरें चलाई जाती हैं। लेकिन इसी बीच ट्रंप आकर युद्ध रुकवा देते हैं और मोदी जी कुछ नहीं कहते। खेड़ा ने तीखे शब्दों में कहा, "सिंदूर से सौदा मंजूर नहीं है। देश से गद्दारी मंजूर नहीं है।"