पूजा पाल की योगी से मुलाकात से सियासत गर्म,
क्या जल्द BJP ज्वाइन करेंगी चायल विधायक
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश की राजनीति में समाजवादी पार्टी से निष्कासित विधायक पूजा पाल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुलाकात ने नई हलचल पैदा कर दी है। कौशांबी जिले की चायल सीट से विधायक पूजा पाल का यह कदम शिष्टाचार भेंट था या भविष्य की सियासी रणनीति, इस पर अभी संशय बना हुआ है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कहीं यह मुलाकात उनके भाजपा में शामिल होने का संकेत तो नहीं फिलहाल प्रदेश की सियासत इस मुलाकात को लेकर गर्म है और अटकलों का दौर जारी है।
अतीक अहमद से जुड़ा है पुराना रिश्ता
पूजा पाल का नाम यूपी की राजनीति में लंबे समय से अहम रहा है। 2005 में उनके पति राजू पाल की हत्या माफिया अतीक अहमद ने करवाई थी। इसके बाद ही पूजा पाल ने राजनीति में कदम रखा और सक्रिय रूप से जनता से जुड़ीं। हाल ही में उन्होंने विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कानून-व्यवस्था की नीतियों की सराहना की थी और अतीक को माफिया कहकर कटघरे में खड़ा किया था। यही कारण रहा कि समाजवादी पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। अब उनके योगी से मिलने के बाद चर्चाएं तेज हैं कि शायद वे भाजपा का रुख कर सकती हैं।
बीजेपी को मिल सकते हैं फायदे
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि अगर पूजा पाल भाजपा में शामिल होती हैं तो पार्टी को कई स्तरों पर फायदा होगा। सबसे पहले कौशांबी और आसपास के क्षेत्रों में भाजपा की पकड़ मजबूत होगी। साथ ही यह संदेश जाएगा कि भाजपा अपराध और माफिया के खिलाफ खड़ी है। भावनात्मक और सामाजिक तौर पर भी इसका असर पड़ेगा क्योंकि पूजा पाल की छवि पीड़ित परिवार की आवाज उठाने वाली नेता की है। दलित और पिछड़े वर्ग में यह संदेश जाएगा कि भाजपा उनके दर्द और संघर्ष को महत्व देती है।
सपा के लिए बड़ा झटका
दूसरी ओर, पूजा पाल का सपा से निष्कासन और अब योगी से उनकी मुलाकात समाजवादी पार्टी के लिए झटका माना जा रहा है। सपा अक्सर खुद को पीड़ितों की आवाज बताती रही है, लेकिन राजू पाल जैसे हाई-प्रोफाइल हत्याकांड से जुड़ी पीड़िता को पार्टी से निकालना उसके लिए मुश्किल सवाल खड़े करता है।
अभी तक नहीं किया भाजपा में शामिल होने का ऐलान
हालांकि, खुद पूजा पाल ने अभी तक भाजपा ज्वाइन करने की पुष्टि नहीं की है। उनका कहना है कि वे केवल समाज और जनता के लिए संघर्ष कर रही हैं। लेकिन भारतीय राजनीति में ऐसे संकेत अक्सर भविष्य के बड़े बदलाव की भूमिका तय करते हैं। यही वजह है कि यूपी की राजनीति में फिलहाल पूजा पाल और योगी की मुलाकात चर्चा का बड़ा विषय बनी हुई है।