राम पर टिप्पणी कर फंसे राहुल गांधी,
वाराणसी कोर्ट में आज पेश होंगे सबूत
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज फिर विवादों में हैं। वाराणसी कोर्ट में उनके खिलाफ एक शिकायत पर सुनवाई होगी। बता दें कि एडवोकेट हरिशंकर पांडेय ने यह शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने भगवान राम पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। यह बयान उन्होंने अमेरिका के बोस्टन में दिया था। पांडेय का दावा है कि इससे हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं। अदालत ने आज यानी सोमवार को सबूत पेश करने के लिए तारीख तय की थी। अब कोर्ट में इस पर कार्रवाई की जाएगी।
अमेरिका में दिया था बयान, एडवोकेट का आरोप
दरअसल, राहुल गांधी 21 अप्रैल को अमेरिका के बोस्टन गए थे। वहां ब्राउन यूनिवर्सिटी में उन्होंने छात्रों से बातचीत की। इस दौरान भगवान राम को उन्होंने पौराणिक कहा। उन्होंने यह भी कहा कि उस समय की कहानियां काल्पनिक हैं, जिसके बाद इस बयान पर विवाद खड़ा हो गया। हरिशंकर पांडेय ने कहा कि राहुल गांधी ने जानबूझकर भगवान राम का अपमान किया। वह बोले कि राहुल गांधी राम द्रोही हैं। उन्होंने देश की आस्था को ठेस पहुंचाई है। पांडेय ने कोर्ट से कहा कि इस बयान पर केस दर्ज होना चाहिए। एमपी-एमएलए कोर्ट ने सुनवाई के लिए 19 मई की तारीख तय की थी। कोर्ट ने अधिवक्ता से साक्ष्य उपलब्ध कराने को कहा था। आज पांडेय कोर्ट में दस्तावेज और वीडियो पेश करेंगे।
धर्मनिरपेक्षता पर राहुल का बयान
बता दें कि राहुल गांधी से पूछा गया था कि धर्मनिरपेक्ष राजनीति कैसी होनी चाहिए। इसके जवाब में उन्होंने कहा था कि गांधी, बुद्ध, अंबेडकर और गुरु नानक सभी बिना भेदभाव के थे। मगर बीजेपी नफरत फैलाती है।
लखनऊ हाईकोर्ट में नई याचिका
11 दिन पहले राहुल की नागरिकता रद्द करने की याचिका लखनऊ हाईकोर्ट में दी गई। याचिका भाजपा सदस्य एस. विग्नेश शिशिर ने दायर की है।
नागरिकता और पासपोर्ट पर सवाल
विग्नेश का आरोप है कि राहुल गांधी ने विदेशी नागरिकता ली है। उन्होंने पासपोर्ट में गलत जानकारी दी। गृह मंत्रालय ने तीन देशों से रिपोर्ट मंगाई है। वहीं याचिका में पासपोर्ट एक्ट की धारा 12 के तहत FIR की मांग की गई है।
गृह मंत्रालय करेगा फैसला
गृह मंत्रालय अब अंतिम फैसला करेगा। सबूतों की जांच चल रही है। कांग्रेस ने इस पर अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। इसके साथ ही यह मामला अब कानूनी और राजनीतिक रूप से गंभीर बनता जा रहा है।