‘सरेंडर’ शब्द पर घिरी कांग्रेस,
राहुल गांधी के बयान पर छिड़ा बवाल
5 days ago
Written By: NEWS DESK
Rahul Gandhi Speech: कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर अपने बयान को लेकर विवादों में हैं। दरअसल इस बार उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ‘सरेंडर’ शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने इसकी तीखी आलोचना की है। भाजपा ने इसे देश और सेना का अपमान बताया है। जिसके बाद अब इस मामले को लेकर सियासत तेज हो गई है।
क्या था राहुल का विवादित बयान ?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार को भोपाल में एक सभा के दौरान, राहुल गांधी ने कहा कि, “ट्रंप का एक फोन आया और नरेंद्र जी तुरंत सरेंडर हो गए।” दरअसल उनका यह बयान ऑपरेशन सिंदूर और विदेश नीति पर दिए गए उनके भाषण का हिस्सा था। जिसमे उन्होंने सरकार पर चीन और अमेरिका के दबाव में आने का आरोप लगाया था।
इस दौरान राहुल ने आगे कहा कि भाजपा और आरएसएस संविधान को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि देश की सभी संस्थाएं उनके कब्जे में हैं और वे धीरे-धीरे लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं।
संबित पात्रा ने किया पलटवार
वहीं राहुल गांधी के इस बयान के बाद भाजपा नेता और सांसद संबित पात्रा ने इसकी आलोचना करते हुए कहा हाई कि, “कोई भी सभ्य राजनेता या विपक्ष का नेता अपने देश के लिए ‘सरेंडर’ जैसा शब्द इस्तेमाल नहीं करता। अगर कोई ऐसा करता है, तो वह राजनीति के लायक नहीं है।”
इस दौरान पात्रा ने राहुल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, “जिस तरह के सवाल वह बार-बार पूछते हैं, उससे लगता है कि वे चीन या पाकिस्तान के पेड एजेंट हैं।”
ऑपरेशन सिंदूर का किया बचाव
इस दौरान संबित पात्रा ने बताया कि, ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के अंदर 9 आतंकी लॉन्चपैड और 11 एयरबेस तबाह किए गए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने इस अभियान का मजाक उड़ाकर सेना का अपमान किया है, जबकि भारत कभी भी आतंक के आगे सरेंडर नहीं करता।
उद्योगपतियों पर भी साधा था निशाना
राहुल गांधी ने अपने भाषण में उद्योगपतियों अडाणी और अंबानी पर भी निशाना साधा था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि, “अडाणी-अंबानी चीन का माल भारत में बेचते हैं, खुद कमाई करते हैं और यहां के युवा बेरोजगार हैं।” राहुल ने आरोप लगाया कि देश की पूरी दौलत कुछ गिने-चुने लोगों को सौंप दी गई है, जबकि जनता की हालत खराब है। उन्होंने कहा कि “जातिगत जनगणना से यह साफ हो जाएगा कि किसे फायदा मिल रहा है और किसके साथ अन्याय हो रहा है।"