सपा विधायक सुधाकर सिंह का निधन, जिन्होंने मुलायम सिंह के खिलाफ की थी बगावत,
घोसी और पूर्वांचल में शोक की लहर
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
UP Politics News: उत्तर प्रदेश की राजनीति को बड़ा झटका देते हुए घोसी विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक सुधाकर सिंह का आज सुबह लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। 58 वर्षीय सुधाकर सिंह लंबे समय से लीवर और किडनी की गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे। दो दिन पहले तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके। उनके निधन से सपा परिवार, घोसी क्षेत्र और पूर्वांचल की राजनीति में शोक की गहरी लहर दौड़ गई है। उन्हें अपनी बेबाकी, जनता से जुड़ाव और हाजिरजवाबी के लिए पूरे प्रदेश में एक अलग पहचान मिली थी।
बेबाक नेता और जनता के चहेते थे सुधाकर सिंह सुधाकर सिंह सिर्फ एक विधायक नहीं, बल्कि जनता के दिलों में बसने वाले नेता थे। वे अपने तेजतर्रार अंदाज और जोखिम उठाने वाले स्वभाव के लिए जाने जाते थे। उनकी राजनीतिक यात्रा संघर्षों से भरी रही, लेकिन उन्होंने जनता से हमेशा सीधा संपर्क बनाए रखा। बीते दिनों वे दिल्ली में माफिया मुख्तार अंसारी के छोटी बहू और उमर अंसारी की पत्नी को आशीर्वाद देने गए थे। वहीं से लौटते समय उनकी तबीयत गंभीर रूप से बिगड़ गई और बाद में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
तीन बार सपा विधायक, कई मुकदमों का सामना सुधाकर सिंह मधुबन से एक बार और घोसी से दो बार समाजवादी पार्टी के विधायक रहे। कुल तीन बार जनता ने उन्हें विधानसभा भेजा। उन पर दो दर्जन से ज्यादा मुकदमे भी दर्ज रहे, क्योंकि वे कई बार जनता की आवाज उठाते हुए जेल भेजे गए। 2017 में जब मुलायम सिंह यादव ने उनका टिकट काट दिया था, तब उन्होंने बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ लिया था। बाद में सुलह के बाद वे सपा में लौट आए। यह उनके जुझारू और सिद्धांतवादी स्वभाव को दर्शाता है।
2023 उपचुनाव में दिखाई ताकत 2023 के उपचुनाव में भाजपा ने पूरी ताकत झोंककर दारा सिंह चौहान को मैदान में उतारा, लेकिन सुधाकर सिंह ने जनता के सहयोग और अखिलेश यादव के समर्थन से भारी जीत हासिल की। उन्होंने लगभग 50 हजार वोटों के अंतर से दारा सिंह चौहान को हराकर घोसी में अपनी मजबूत पकड़ साबित कर दी। इसी जीत के बाद उन्हें शेर-ए-घोसी कहा जाने लगा।
सपा में शोक, कल होगा अंतिम संस्कार अखिलेश यादव ने उनके निधन पर गहरा दुख जताते हुए कहा, सुधाकर भाई हमारे परिवार के सदस्य थे। उनकी कमी कभी पूरी नहीं होगी। सुधाकर सिंह का पार्थिव शरीर आज शाम घोसी लाया जाएगा और कल सुबह उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।