कानपुर के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल का 81 वर्ष की आयु में निधन,
शहर के विकास में रहे अग्रणी
1 months ago Written By: Aniket prajapati
उत्तर प्रदेश के कद्दावर राजनेता और पूर्व केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल का शुक्रवार देर शाम 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया। कानपुर लोकसभा सीट से तीन बार सांसद रहे श्रीप्रकाश जायसवाल ने दस वर्षों तक केंद्रीय मंत्री के रूप में भी कार्य किया। उनका बचपन कानपुर की गलियों में बीता और उन्होंने हमेशा शहर की जरूरतों और पीड़ा को समझते हुए कार्य किया। उनके प्रयासों से कानपुर और आसपास के क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर और ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट्स शुरू हुए।
कानपुर में ट्रेन और फ्लाइट की सुविधा श्रीप्रकाश जायसवाल ने श्रम शक्ति और उद्योग नगरी जैसी ट्रेनें चलवाकर कानपुर के लोगों की यात्रा आसान बनाई। श्रमशक्ति ट्रेन 1 सितंबर 2002 से शुरू हुई और कानपुर से दिल्ली जाने वाली पहली सीधी ट्रेन थी। इसके अलावा चित्रकूट एक्सप्रेस और कानपुर-मुंबई ट्रेन भी उनके प्रयासों का परिणाम थीं। उन्होंने कानपुर से दिल्ली के लिए फ्लाइट सेवाओं को भी शुरू कराया।
गंगा को राष्ट्रीय नदी और पावर प्रोजेक्ट्स केंद्रीय मंत्री रहते हुए उन्होंने 4 नवंबर 2008 को गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित कराया। उनके प्रयासों से घाटमपुर में नेयवेली पावर प्लांट स्थापित हुआ और बिल्हौर में एनटीपीसी का सोलर पावर प्लांट शुरू हुआ।
सड़क और पुल निर्माण उनके कार्यकाल में कानपुर का रामादेवी हाईवे चौड़ा किया गया और कई फ्लाईओवर बनाए गए, जिससे शहर के यातायात में सुधार हुआ। उन्होंने कैंट का शिवनारायण टंडन सेतु, सीओडी रेल ओवरब्रिज और श्यामनगर में टू-लेन पुल बनवाए। साथ ही कानपुर-अलीगढ़ रोड का चौड़ीकरण केंद्र सरकार से मंजूर कराया।
राजनीति के साथ क्रिकेट का शौक राजनीति के अलावा श्रीप्रकाश का क्रिकेट में गहरा रुचि था। डीएवी कॉलेज में स्नातक के दौरान वह एक साल तक कालेज क्रिकेट टीम के कप्तान भी रहे। श्रीप्रकाश जायसवाल ने अपने जीवन में कानपुर और उत्तर प्रदेश के विकास के लिए अमूल्य योगदान दिया। उनके निधन से राजनीति और सामाजिक क्षेत्र में शोक की लहर है।