उत्तर प्रदेश हज समिति को मिला नया अध्यक्ष,
दानिश आजाद अंसारी को सौंपी गई कमान
7 days ago
Written By: STATE DESK
उत्तर प्रदेश में अल्पसंख्यक कल्याण और हज राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी को राज्य हज समिति का नया अध्यक्ष चुना गया है। सोमवार को हुई हज समिति की बैठक में सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से उनके नाम का समर्थन किया। अब दानिश अंसारी अगले तीन वर्षों तक समिति का नेतृत्व करेंगे और हज यात्रियों की सुविधाओं को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी निभाएंगे।
नई हज समिति का गठन
मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य हज समिति में कुल 13 सदस्य होते हैं, जिनका कार्यकाल तीन साल का होता है। पिछली समिति का कार्यकाल दिसंबर 2023 में समाप्त हो गया था। इसके बाद 14 मई 2024 को अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने समिति का पुनर्गठन किया।
समिति के सदस्य
नई समिति में दानिश अंसारी के अलावा हरदोई से वली मोहम्मद, बरेली से नदीमुल हसन, मुस्लिम धर्म विशेषज्ञ सैयद अली वारसी, हाफिज एजाज अहमद (शाहिन अंसारी), शिया समाज से सैयद कल्बे हुसैन (कब्बन नवाब) और समाजसेवी मुहम्मद इफ्तेखार हुसैन जैसे नाम शामिल हैं। इनके अलावा कामरान खान, जुनैद अहमद अंसारी, जावेद कमर खान और कमरुद्दीन (जुगनू) भी समिति में हैं। उप्र शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष और हज समिति के कार्यपालक अधिकारी भी इस समिति का हिस्सा होंगे।
सांसद और विधायक की सीट खाली
नियमों के अनुसार राज्य हज समिति में कुल 16 सदस्य होते हैं, जिनमें एक सांसद और एक विधायक भी शामिल होते हैं। लेकिन भाजपा में कोई मुस्लिम सांसद या विधायक नहीं होने के कारण ये दोनों सीटें फिलहाल खाली हैं।
हज समिति का कार्य
राज्य हज समिति का मुख्य कार्य हज यात्रियों को सुविधाएं देना है। इसमें हज हाउस में ठहरने की व्यवस्था, पासपोर्ट और वीज़ा प्रक्रिया में सहयोग, और यात्रा से पहले प्रशिक्षण देना शामिल है। हर साल प्रदेश से हजारों लोग हज यात्रा पर जाते हैं, और समिति का दायित्व होता है कि उनकी यात्रा सुरक्षित और सुविधाजनक हो।
अध्यक्ष बनने पर दानिश अंसारी का बयान
अध्यक्ष बनने के बाद दानिश अंसारी ने सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वे हज यात्रियों की समस्याओं को दूर करने के लिए पूरी मेहनत और ईमानदारी से काम करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार भी पूरी मदद करेगी ताकि यात्रा और भी बेहतर हो सके। इस नियुक्ति से उम्मीद है कि हज यात्रियों को सुविधाएं और सहायता पहले से अधिक संगठित और प्रभावी रूप में मिलेगी।