'अपने बच्चों को अग्रेज़ी पढ़ाएंगे, गरीब के बच्चों को कठमुल्ला, मौलवी बनाएंगे'
सीएम योगी ने विधानसभा में विपक्ष पर बोला हमला
2 months ago
Written By: News Desk
यूपी विधानसभा का बजट सत्र शुरू होते ही राजनीतिक घमासान मच गया। पहले ही दिन विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया, सदन की कार्यवाही में हिंदी अवधी भोजपुरी को सदन का हिस्सा बनाकर सदस्यों को विधानसभा अध्यक्ष द्वारा समझाने के क्रम में माताप्रसाद पांडेय द्वारा अंग्रेज़ी को सदन की कार्यवाही में शामिल करने पर आपत्ति जताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला।
सीएम योगी ने विपक्ष पर कसा तंज़
योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा - "समाजवादियों का यही दोहरा चरित्र है। अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाएंगे और गरीब के बच्चों को गांव के सरकारी स्कूल में जाने के लिए कहेंगे। अपने बच्चे अंग्रेज़ी पढ़ेंगे और दूसरों को उर्दू पढ़ने की नसीहत देंगे। इन्हें कठमुल्ला और मौलवी बनाना चाहते हैं। यह अब नहीं चलेगा!" योगी आदित्यनाथ के इस बयान के बाद सदन में और ज्यादा हंगामा मच गया, लेकिन मुख्यमंत्री अपने रुख पर अडिग रहे। उन्होंने समाजवादी नेताओं की मानसिकता पर सवाल उठाते हुए तुलसीदास की पंक्ति दोहरा दी— जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी!
अवधी-भोजपुरी को ठुकराने वाले विदेशों में इनकी ताकत देखें
विपक्ष की मानसिकता पर सवाल उठाते हुए सीएम ने कहा कि जो लोग अवधी, भोजपुरी और बुंदेली का विरोध कर रहे हैं, उन्हें फिजी, मॉरीशस और दुनिया के दूसरे देशों में जाकर देखना चाहिए। वहां के प्रवासी भारतीय आज भी इन्हीं भाषाओं को बोलते हैं और इन पर गर्व करते हैं। मगर अफसोस कि अपने ही देश में इन्हें मान्यता देने पर कुछ लोगों को दिक्कत हो रही है।
विपक्ष को विरोध करने की आदत
सीएम ने विपक्ष पर करारा वार करते हुए कहा कि हमने हिंदी की बोलियों को सम्मान देने के लिए एकेडमियां बनाईं, लेकिन समाजवादी पार्टी को इसमें भी आपत्ति हो रही है। इन्हें हमेशा हर अच्छे काम से दिक्कत होती है, चाहे मुद्दा विकास का हो या संस्कृति के सम्मान का।
क्या है विधानसभा का विवाद?
दरअसल, यूपी सरकार ने हिंदी की उपभाषाओं को सदन की कार्यवाही में शामिल करने का फैसला किया था, जिससे विपक्ष भड़क उठा। समाजवादी पार्टी ने इस पर ऐतराज जताया और अंग्रेज़ी को भी शामिल करने की मांग रख दी। योगी आदित्यनाथ ने इसे दोहरे चरित्र का उदाहरण बताते हुए विपक्ष को कटघरे में खड़ा कर दिया।