लखनऊ: स्वतंत्रता दिवस पर बड़े आतंकी हमले की साजिश रचने वाले मॉड्यूल की हथियार सप्लाई कड़ी पर सख्त फैसला,
दो आरोपियों को सजा
1 months ago Written By: Aniket prajapati
राजधानी लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस पर बड़े आतंकी हमले की साजिश रचने वाले अल-कायदा से जुड़े मॉड्यूल की हथियार सप्लाई चेन पर शुक्रवार को विशेष NIA कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया। विशेष न्यायाधीश हुसैन अहमद अंसारी ने अंसार गजवातुल हिन्द से जुड़े लॉजिस्टिक सपोर्ट देने वाले मोहम्मद मुस्तकीम और मोहम्मद शकील को 2-2 साल की सजा और 5-5 हज़ार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। कोर्ट के इस आदेश से आतंकी नेटवर्क की सहायक कड़ियों को तोड़ने की कार्रवाई को मजबूती मिली है।
लॉजिस्टिक लिंक ने साजिश को संभव बनाया विशेष लोक अभियोजन अधिकारी बृजेश यादव ने बताया कि मुस्तकीम और शकील ने अवैध पिस्टल और कारतूस सप्लाई कर मुख्य आरोपियों तक हथियार पहुंचाने में निर्णायक भूमिका निभाई। उनके द्वारा दी गई आपूर्ति मिनहाज अहमद और मुसीरुद्दीन जैसे मुख्य बदमाशों तक पहुंची थी। यही वह कड़ी थी जिस पर बड़े आतंकी हमलों की योजना टिकी हुई थी।
15 अगस्त पर बड़े धमाकों की योजना का खुलासा एटीएस ने 11 जुलाई 2021 को लखनऊ से मिनहाज और बशीरुद्दीन को गिरफ्तार किया था। उनके कब्जे से प्रेशर कुकर बम, जिंदा कारतूस और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी। पूछताछ और जांच में यह पता चला कि 15 अगस्त को लखनऊ समेत कई बड़े शहरों में सिलसिलेवार धमाकों की योजना बनाई जा रही थी। इसी जांच के दौरान हथियार सप्लाई की कड़ीों में मुस्तकीम और शकील के नाम सामने आए।
अपराध स्वीकारने से मामला और पक्का हुआ कोर्ट की सुनवाई के दौरान दोनों आरोपियों ने अपने अपराध स्वीकार किए और बताया कि पहले उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था। कोर्ट ने स्वीकारोक्ति और अन्य सबूतों को देखते हुए सजा सुनाई। आदेश में यह भी कहा गया कि गिरफ्तारी के बाद जेल में बिताई गई अवधि सजा में समायोजित की जाएगी। जुर्माना न भरने पर अतिरिक्त कारावास की अवधि होगी।
न्याय और सुरक्षा की दृष्टि से अहम फैसला विशेष न्यायाधीश हुसैन अहमद अंसारी के फैसले को सुरक्षा एजेंसियों ने प्रदेश में आतंकी नेटवर्क की गुत्थियों को सुलझाने वाला मानते हुए सराहा है। इस आदेश से भविष्य में हथियार आपूर्ति और लॉजिस्टिक सपोर्ट देने वाली कड़ियों पर कड़ी कार्रवाई का मार्ग खुलता है और संवेदनशील स्थलों की सुरक्षा और पुख्ता होगी।