उत्तर प्रदेश में 11 नवंबर से शुरू होगा खेलों का महाकुंभ,
69वीं नेशनल स्कूल गेम्स में चमकेंगे देशभर के युवा खिलाड़ी
1 days ago
Written By: News Desk
लखनऊ। उत्तर प्रदेश एक बार फिर खेलों की दुनिया में अपना परचम लहराने जा रहा है। 69वीं राष्ट्रीय विद्यालयी खेल प्रतियोगिताएं इस साल 11 नवंबर से 24 दिसंबर 2025 तक आयोजित की जाएंगी। इस दौरान स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SGFI) द्वारा आवंटित 7 राष्ट्रीय विद्यालयी खेलों की मेजबानी यूपी करेगा। गौरतलब है कि पिछले वर्ष SGFI ने उत्तर प्रदेश को बेस्ट ऑर्गनाइजिंग यूनिट का खिताब दिया था, जिससे राज्य के खेल आयोजन की गुणवत्ता का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस बार देशभर से बालक, बालिकाएं और कोच इन प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करेंगे।
यूपी के 7 शहरों में खेलों का महाकुंभ, देखें पूरा शेड्यूल
माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने जानकारी दी कि राज्य के विभिन्न शहरों में अलग-अलग खेलों का आयोजन होगा।
बरेली में 11 से 15 नवंबर तक वॉलीबॉल
- गोरखपुर के बीर बहादुर स्पोर्ट्स कॉलेज में 17 से 21 नवंबर तक कुश्ती (ग्रीकोरोमन)
- वाराणसी के डॉ. भीमराव अंबेडकर क्रीड़ा संकुल, बड़ा लालपुर में 19 से 21 नवंबर तक तीरंदाजी
- बलिया के बीर लॉरिक स्टेडियम में 8 से 12 दिसंबर तक कुश्ती (फ्री स्टाइल)
- लखनऊ के गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में 13 से 17 दिसंबर तक एथलेटिक्स
- सहारनपुर के डॉ. भीमराव अंबेडकर स्पोर्ट्स स्टेडियम में 16 से 21 दिसंबर तक कुराश (जैकेट कुश्ती)
- अयोध्या के डॉ. भीमराव अंबेडकर राज्य केंद्र संस्थान में 20 से 24 दिसंबर तक खो-खो प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।
इस वर्ष पहली बार कुराश (जैकेट कुश्ती) को भी प्रतियोगिता में शामिल किया गया है। सभी खेलों का आयोजन अंडर-14, अंडर-17 और अंडर-19 वर्गों के बालक एवं बालिकाओं के बीच होगा।
तैयारियों की हुई समीक्षा बैठक
आगामी विद्यालयी प्रतियोगिताओं के सफल आयोजन को लेकर माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने सभी संयुक्त निदेशकों और जिला विद्यालय निरीक्षकों के साथ वर्चुअल बैठक कर तैयारी की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि उद्घाटन, अवॉर्ड सेरेमनी और समापन समारोह में जनप्रतिनिधियों, अर्जुन अवार्डीज़, ओलंपियंस और वरिष्ठ अधिकारियों को समय से आमंत्रित किया जाए ताकि आयोजन की गरिमा बनी रहे।
खिलाड़ियों के ठहरने से लेकर सुरक्षा तक की सख्त मॉनिटरिंग
डॉ. देव ने कहा कि बाहरी राज्यों से आने वाले खिलाड़ियों के लिए रहने, परिवहन, भोजन और सुरक्षा की पूरी व्यवस्था समय रहते सुनिश्चित की जाए। साथ ही हर आयोजन स्थल पर लाइजनिंग ऑफिसर्स की नियुक्ति की जाएगी ताकि खिलाड़ियों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी खेल आयोजन सम्मानजनक और व्यवस्थित तरीके से पूरे किए जाएं ताकि उत्तर प्रदेश एक बार फिर देश में खेल संगठन का नया मानक स्थापित कर सके।