मेडिकल कॉलेज के ICU वार्ड में खुला मयखाना,
मरीज और तीमारदारों ने मिलकर छलकाए जाम
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज का इमरजेंसी वार्ड उस समय चर्चा का केंद्र बन गया जब यहां इलाज के लिए भर्ती एक मरीज और उसके दो तीमारदारों को आईसीयू वार्ड के भीतर शराब पीते हुए पकड़ लिया गया। अस्पताल जैसा संवेदनशील और गंभीर स्थान जहां जिंदगी बचाने की जद्दोजहद चलती है, वहां बोतलें खुलना और गिलास टकराना पूरे मेडिकल सिस्टम पर सवाल खड़े कर गया।
आईसीयू में फैली शराब की गंध जानकारी के मुताबिक, इमरजेंसी आईसीयू में एक एक्सीडेंटल मरीज भर्ती था। इलाज के नाम पर जहां उसे दवाओं और डॉक्टरों की देखरेख की जरूरत थी, वहीं वह अपने ही दो तीमारदारों के साथ शराब की महफ़िल जमा बैठा। वार्ड के बीचों-बीच बोतलें खोली गईं, गिलास टकराए और दवाइयों की महक की जगह अचानक शराब की गंध फैल गई। यह देखकर वहां मौजूद अन्य मरीजों और परिजनों के होश उड़ गए।
गार्ड की सतर्कता से खुला राज बताया जा रहा है कि जब वार्ड में तैनात गार्ड की नज़र जब इस हरकत पर पड़ी तो उसने तुरंत मरीज और उसके दोनों तीमारदारों को रंगेहाथ पकड़ लिया गया। जिनकी तलाशी के दौरान उनके पास से शराब की बोतलें, खैनी और अन्य नशे का सामान भी बरामद हुआ। इस दौरान आईसीयू का नज़ारा देखकर हर कोई दंग रह गया कि आखिर इतनी सख्त निगरानी वाले वार्ड में यह सब कैसे संभव हो गया।
तीमारदार पहुंचे हवालात घटना की सूचना मिलते ही मेडिकल कॉलेज चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों तीमारदारों को हिरासत में ले लिया, जबकि मरीज को उसकी गंभीर हालत को देखते हुए वहीं आईसीयू में रखा गया। मौके से बरामद शराब और अन्य सामान पुलिस ने कब्जे में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
सीएमएस ने दी सफाई वहीं इस पूरे प्रकरण की पुष्टि करते हुए मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉ. सचिन माहौर ने इसे बेहद शर्मनाक और अस्वीकार्य बताया। उन्होंने कहा कि गार्ड की सतर्कता से मामला पकड़ में आया और शराब पीने वालों को तुरंत पुलिस को सौंप दिया गया। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब जांच की जाएगी कि आखिर अस्पताल परिसर में शराब कैसे पहुंची और किसकी लापरवाही से यह घटना संभव हुई।