आगरा में करणी सेना का बड़ा आयोजन,
सपा सांसद से संभावित टकराव को लेकर पुलिस ने कसी कमर
13 days ago
Written By: State Desk
लखनऊ: एक ओर जहां 12 अप्रैल को करणी सेना राणा सांगा की जयंती के अवसर पर ‘रक्त स्वाभिमान सम्मेलन’ का आयोजन करने जा रही है, वहीं दूसरी ओर यूपी पुलिस ने भी अनहोनी से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। जिसके लिए लगभग 8 हजार की पुलिस फोर्स को यहां बुलाया गया है और दंगा नियंत्रण के अभ्यास भी किए जा रहे हैं। यह पूरी तैयारी करणी सेना द्वारा पूर्व में दी गई धमकी को लेकर की जा रही है, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपनी मांगें न पूरी होने की सूरत में सपा सांसद रामजी लाल सुमन के घर की ओर कूच करने व आने वाले कार्यकर्ताओं से जयंती कार्यक्रम में तैयारी के तौर पर एक झंडा तथा एक डंडा साथ लाने का ऐलान किया था। जिसके बाद संभावित दंगे को लेकर पुलिस एक्शन मोड में है। दरअसल यह आयोजन आगरा के एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र स्थित गढ़ी रामी गांव में होने वाला है, जिसको लेकर करणी सेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता आगरा पहुंचने लगे हैं। करणी सेना से जुड़े बड़े नेता पिछले तीन दिनों से आगरा में डेरा डाले हुए हैं।
भारी मात्रा में पुलिस पहुंची, मॉक ड्रिल जारी…
सेना के अध्यक्ष के बयान के बाद पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। यहां संभावित दंगे के वृहद जनसमूह को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। पुलिस ने 5,000 से अधिक डंडे और हेलमेट मंगवा लिए हैं। भीड़ नियंत्रण के लिए आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद और हाथरस जिलों से 8 से 10 हजार पुलिस जवानों की फोर्स बुलाई गई है। भीड़ नियंत्रण और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने रिहर्सल शुरू कर दिया है। इसमें उपद्रवियों से निपटने के लिए डंडों और आंसू गैस के गोले छोड़ने का अभ्यास शामिल है। पुलिस द्वारा बाहर से आने वाले नेताओं की आवाजाही पर भी नजर रखी जा रही है।
अंतिम चरण में कार्यक्रम की तैयारी…
गढ़ी रामी में सम्मेलन स्थल पर भूमि पूजन पहले ही हो चुका है। आयोजन के लिए 60 बीघा खेत में भव्य पंडाल तैयार किया जा रहा है। मंच निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है, जिस पर केवल महापुरुषों की तस्वीरें और प्रतिमा स्थापित की जाएंगी। बाकी सभी लोग भूमि पर बैठेंगे। करणी सेना का दावा है कि इस कार्यक्रम में तीन लाख लोगों के पहुंचने की संभावना है। इसके लिए सोशल मीडिया के साथ-साथ गांव-गांव जाकर जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है।
शेखावत ने क्यों चुना गढ़ी रामी…
दरअसल, आगरा का गढ़ी रामी यमुना एक्सप्रेस वे से सटा हुआ गांव है। गांव में प्रवेश करते ही एक बोर्ड दिखाई देता है, जिस पर लिखा है – "क्षत्रियों के गढ़ में आपका स्वागत है।" यह गांव एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र में आता है, जहां क्षत्रियों के 22 गांव स्थित हैं, जिन्हें 'बाइसी' कहा जाता है। इन गांवों में करीब दो लाख क्षत्रिय आबादी है। करणी सेना ने इसी सामाजिक आधार को ध्यान में रखते हुए गढ़ी रामी को आयोजन स्थल के रूप में चुना है। 26 मार्च को सपा सांसद के घर पर हुए हमले में भी बड़ी संख्या में बाइसी के युवा शामिल बताए गए थे। इसके अलावा, गढ़ी रामी की यमुना और लखनऊ एक्सप्रेस वे से सीधी कनेक्टिविटी होने के कारण लोग आसानी से यहां पहुंच सकते हैं। यह स्थान पूर्व में भी आंदोलनों का केंद्र रह चुका है, जिससे यह सुरक्षा और रणनीति के लिहाज से उपयुक्त माना गया है।