सिद्धार्थनगर में मूर्ति विसर्जन के दौरान हाईटेंशन तार से बड़ा हादसा,
पिकअप सवार नौ बच्चे झुलसे
22 days ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के लोटन थाना क्षेत्र में नवरात्रि के अवसर पर मूर्ति विसर्जन के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ। यहां स्थानीय समयानुसार, ठोठरी बाजार में विसर्जन के लिए जा रही एक पिकअप वैन ऊपर से गुजर रहे 11 हजार वोल्ट के हाईटेंशन तार की चपेट में आ गई। जिस दौरान गाड़ी में करंट उतरने से नौ बच्चे झुलस गए और चीख-पुकार से पूरा इलाका दहला गया।
घटना का विवरण और कारण वहीं मौके पर यह देखा गया कि पिकअप वैन पर डीजे लगाया गया था और गाड़ी की ऊपर की सजावट काफी ऊंची थी। जैसे ही गाड़ी हाईटेंशन तार के पास से गुजरी, अचानक करंट ने पूरी गाड़ी को अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे के कारण वाहन में बैठे सभी बच्चे झुलस गए और स्थिति बेहद गंभीर हो गई।
घायलों का इलाज जारी वहीं इस हादसे के तुरंत बाद सभी बच्चों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लोटन पहुंचाया गया। बच्चों की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें सिद्धार्थनगर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। चिकित्सकों ने बताया कि अब सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर है और जल्द ही उनका उपचार पूरा कर उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
प्रशासनिक हस्तक्षेप और निरीक्षण वहीं इस घटना की जानकारी मिलते ही सदर विधायक श्यामधनी और जिलाधिकारी मेडिकल कॉलेज पहुंचे। उन्होंने घायलों से मुलाकात की और स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने घायलों के बेहतर इलाज और देखभाल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
घायलों के नाम और परिवारिक जानकारी वहीं इस हादसे में घायल बच्चों के नाम हैं पवन कुमार कन्नौजिया, मगाने पासवान, पंकज गुप्ता, आदित्य कसौधन, सुधीर पासवान, अंकुश पासवान, अंगद पासवान, सनी गौड़, बबलू पासवान और करमैनी निवासी गोलू पांडेय। सभी बच्चे स्थानीय निवासी हैं और परिवार का हाल जानने के बाद डॉक्टरों ने उनका इलाज किया।
ग्रामीणों की नाराजगी और बिजली विभाग पर सवाल वहीं ग्रामीणों का कहना है कि नवरात्रि के दौरान ठोठरी में दुर्गा प्रतिमा स्थापित की गई थी, लेकिन हाईटेंशन तार इतनी नीची लटकी थी कि गाड़ी गुजरते समय करंट लगना लाजिमी था। उन्होंने बताया कि कई बार बिजली विभाग को इस बारे में शिकायत की गई थी, लेकिन विभाग ने इसे अनसुना किया। ग्रामीणों का गुस्सा इस लापरवाही पर बढ़ गया है और वे जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
हादसे का सामाजिक प्रभाव वहीं इस हादसे ने स्थानीय लोगों को झकझोर दिया है। मूर्ति विसर्जन जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक अवसर पर बच्चों के साथ यह घटना होने से पूरे इलाके में शोक और तनाव का माहौल है। ग्रामीणों और प्रशासन दोनों ही इसे गंभीरता से ले रहे हैं और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की योजना बना रहे हैं।