उत्तर प्रदेश में होमस्टे का नया दौर, लखनऊ बनेगा टूरिज्म का हॉटस्पॉट,
सरकार की बेड एंड ब्रेकफास्ट एवं होमस्टे नीति में आवेदकों ने दीखाई रूचि
7 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश अब टूरिज्म के नक्शे पर एक नई इबारत लिखने जा रहा है। राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में पर्यटकों को सस्ती और बेहतरीन ठहरने की सुविधा देने के लिए पर्यटन विभाग ने एक बड़ा कदम उठाया है। ‘उत्तर प्रदेश बेड एंड ब्रेकफास्ट (बीएंडबी) एवं होमस्टे नीति 2025’ के तहत अब पर्यटक घर जैसे माहौल में ठहरने का अनुभव ले सकेंगे। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह के मुताबिक, इस नीति के लागू होने से प्रदेश में पर्यटन सुविधाओं का तेजी से विस्तार होगा और स्थानीय लोगों को भी आय के नए अवसर मिलेंगे। जिसके लिये अब राजधानी में आवेदकों ने रूचि दिखानी शुरू कर दी है।
लखनऊ में 800 होमस्टे की तैयारी!
नई नीति के तहत राजधानी लखनऊ में करीब 800 होमस्टे तैयार किए जाने का अनुमान है। यानी अब अगर आप गोमतीनगर की गलियों में टहल रहे हों या चौक की तंग बस्तियों में घूम रहे हों, तो आसानी से एक आरामदायक, सस्ता और पारिवारिक माहौल वाला ठिकाना मिल सकता है। जयवीर सिंह ने बताया कि प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर अक्सर होटल रूम नहीं मिलते, जिससे पर्यटकों को रुकने में मुश्किल होती है। होमस्टे नीति से यह समस्या दूर होगी, क्योंकि यात्रियों को अब सिर्फ ठहरने की जगह नहीं, बल्कि घर जैसा अपनापन भी मिलेगा।
स्थानीय लोगों के लिए नया रोजगार
इस नीति के तहत कोई भी व्यक्ति अपने 1 से 6 कमरों तक के घर को होमस्टे के रूप में रजिस्टर करा सकता है। अधिकतम 12 बेड की अनुमति होगी, और आवासीय भवन के दो-तिहाई हिस्से तक किराए पर दिए जा सकेंगे। इससे न सिर्फ पर्यटकों की परेशानी कम होगी, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए अतिरिक्त आय और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और आसान प्रक्रिया
नीति के तहत इच्छुक आवेदक उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के ऑनलाइन पोर्टल up-tourismportal.in पर आवेदन कर सकते हैं। योजना को दो श्रेणियों गोल्ड और सिल्वर में बांटा गया है। पहले होमस्टे संचालकों को केंद्र सरकार के निधि प्लस पोर्टल पर पंजीकरण कराना पड़ता था, लेकिन अब राज्य सरकार ने प्रक्रिया को बेहद आसान बना दिया है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की अगुवाई वाली कमेटी से अनापत्ति प्रमाणपत्र लेकर आसानी से रजिस्ट्रेशन कराया जा सकेगा। साथ ही, सरकार की ओर से वित्तीय प्रोत्साहन और अनुदान की भी व्यवस्था की गई है, ताकि अधिक से अधिक लोग योजना से जुड़ें।
पर्यटन में नई उड़ान
उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन, हेरिटेज साइट्स, फूड टूरिज्म और लोकल एक्सपीरियंस का आकर्षण लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में होमस्टे नीति 2025 प्रदेश के पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में अहम भूमिका निभाएगी। अब काशी की गलियों से लेकर अयोध्या के घाटों तक, लखनऊ के नवाबी अंदाज से लेकर वाराणसी की गंगा आरती तक… हर पर्यटक को सस्ता, सुरक्षित और घरेलू ठिकाना आसानी से मिलेगा।