गणेश जी की मूर्ति स्कूल ले जाने पर टीचर ने किया जलील, लगाई फटकार..!
नाबालिग ने ट्रेन के आगे कूदकर दी जान
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश के कानपुर में सोमवार को हुई एक दर्दनाक घटना ने पूरे शहर को झकझोर दिया। जवाहर नगर स्थित ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या मंदिर में नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली 13 वर्षीय छात्रा संस्कृति आनंद ने रेलवे ट्रैक पर लेटकर अपनी जान दे दी। परिजनों का आरोप है कि स्कूल में एक मामूली सी बात को लेकर बच्ची को इस कदर फटकारा और अपमानित किया गया कि उसने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया।
गणेश मूर्ति को लेकर शुरू हुआ विवाद मिली जानकारी के मुताबिक, 13 वर्षीय संस्कृति रोज की तरह सोमवार को भी स्कूल गई थी। इस दिन वह अपने साथ एक मिट्टी की गणेश मूर्ति लेकर पहुंची। दरअसल, उसे मिट्टी की मूर्तियां बनाने का शौक था और वह इसे स्कूल में किसी को गिफ्ट करना चाहती थी। लेकिन मूर्ति देखते ही टीचर ने बच्ची को डांटा और उसे अपनी मां को स्कूल बुलाने को कहा।
मां के सामने भी लगाई फटकार वहीं जब संस्कृति की मां साधना स्कूल पहुंचीं तो उम्मीद थी कि बात वहीं शांत हो जाएगी। लेकिन इसके उलट टीचर ने मां के सामने भी छात्रा को बुरी तरह फटकारा और जलील किया। इतना ही नहीं, स्कूल प्रशासन की ओर से मां से एक माफीनामा पत्र तक लिखवाया गया। इसके बाद बच्ची को घर जाने दिया गया।
रेलवे ट्रैक पर खत्म की जिंदगी जिसके बाद स्कूल से घर लौटते समय शाम करीब चार बजे जब संस्कृति गोल चौराहा होते हुए फल मंडी पहुंची, तो अचानक रेलवे ट्रैक की तरफ चली गई। यहीं उसने ट्रेन के सामने लेटकर अपनी जान दे दी। देर शाम तक घर न लौटने पर परिवार परेशान हो गया और तलाश के दौरान यह खबर आई कि उनकी इकलौती बेटी अब इस दुनिया में नहीं रही।
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल संस्कृति के पिता मुकुल आनंद ने बताया कि उनकी बेटी बेहद होनहार थी और मूर्तियां बनाने का शौक रखती थी। लेकिन मिट्टी की मूर्ति लेकर स्कूल जाने पर उसकी जिंदगी छिन जाएगी, यह उन्होंने कभी नहीं सोचा था। मां साधना का कहना है कि बेटी को बेवजह अपमानित किया गया और माफीनामा लिखवाकर उसकी आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई गई।
पुलिस और स्कूल प्रशासन का पक्ष वहीं इस मामले में काकादेव थाना प्रभारी राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि, छात्रा ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या की है। हालांकि, परिजनों ने अभी तक इस मामले में कोई तहरीर दर्ज नहीं कराई है। वहीं, स्कूल के प्रधानाचार्य राम मिलन सिंह ने छात्रा की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इसमें स्कूल की कोई भूमिका नहीं है।