64 साल बाद होली और रमजान का दूसरा जुमा एक दिन,
संवेदनशील जगहों पर पुलिस ने कसी कमर
2 months ago
Written By: State Desk
14 मार्च को एक असाधारण दिन का आगमन हो रहा है। 1961 के बाद पहली बार होली का त्योहार और रमजान का शुक्रवार एक ही दिन पड़ रहे हैं। इस दुर्लभ संयोग को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन ने संवेदनशील शहरों में अतिरिक्त सुरक्षा उपायों और ड्रोन निगरानी की व्यवस्था कर दी है।
64 साल बाद होली और जुमे का अनूठा संगम
64 साल बाद फिर से एक ही दिन पर होली और रमजान का मिलन हुआ है। इस दिन होली के रंगों के साथ-साथ मुसलमानों के लिए शुक्रवार की नमाज का भी विशेष महत्व है। संभल के पुलिस अधिकारी सीओ अनुज चौधरी ने स्पष्ट करते हुए कहा कि “अगर किसी को रंग खेलने का मन है तो बाहर निकलें, और जो नहीं चाहेंगे वे घर पर नमाज पढ़ सकते हैं।" मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संभल के सीओ की इन बातों का समर्थन किया है।
प्रशासन ने संवेदनशील जगहों पर कसी कमर
- सुरक्षा बलों की तैनाती: संवेदनशील जिलों जैसे मुरादाबाद, संभल, रामपुर, मेरठ, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर और बरेली में अतिरिक्त पुलिस बल और रेंज व जोन प्रमुखों को सुरक्षा निर्देश जारी किए गए हैं।
- ड्रोन निगरानी: विशेष क्षेत्रों में ड्रोन द्वारा निगरानी रखी जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की अस्थिरता को रोका जा सके।
- सामुदायिक सौहार्द की अपील: प्रशासन ने स्थानीय नेताओं से संवाद स्थापित करते हुए, दोनों समुदायों में सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने की अपील की है।