इस तरह के नेताओं को टिकट नहीं देंगे अखिलेश...
गुप्त सर्वे से तय होगा सपा का प्रत्यासी
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनाव अभी दूर हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी (सपा) ने इसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी है। सपा मुखिया और कन्नौज सांसद अखिलेश यादव रोजाना अलग-अलग समाज और जिलों से जुड़े लोगों से मुलाकात कर रहे हैं। पार्टी लगातार बैठकों के जरिए कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर रही है। लेकिन तीतक वितरण को लेकर सपा इस बार एक नई नीति अपनाने जा रही है। आइए जानते हैं क्या है वो नीति…
403 सीटों पर गुप्त सर्वे सपा ने तय किया है कि प्रदेश की सभी 403 सीटों पर प्रत्याशी वही होगा, जिसकी जीत की संभावना सर्वे में सबसे ज्यादा दिखेगी। इसके लिए पार्टी ने एक निजी एजेंसी को हायर किया है। यह एजेंसी हर विधानसभा क्षेत्र में लोकल राजनीति और जनता के रुझान का अध्ययन करेगी। बिना सर्वे रिपोर्ट के किसी भी प्रत्याशी का टिकट घोषित नहीं होगा।
अखिलेश का सख्त संदेश बैठक में अखिलेश यादव ने साफ कहा कि केवल “विजेता उम्मीदवार” को ही टिकट मिलेगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं को जनता से सीधा जुड़ाव बनाए रखने और लगातार संपर्क में रहने की सलाह दी। अखिलेश ने कार्यकर्ताओं को आगाह किया कि भाजपा चुनाव में वोट काटने और वोट चोरी की कोशिश कर सकती है, इसलिए सतर्क रहना होगा।
किन मुद्दों पर सपा का फोकस अखिलेश ने बैठक में कहा कि महंगाई लगातार बढ़ रही है, थाने और तहसीलों में उगाही जारी है। युवाओं के लिए न तो रोजगार है, न उद्योग लग रहे हैं और न ही निवेश आ रहा है। इन मुद्दों को लेकर सपा 2027 के चुनाव में भाजपा को घेरने की तैयारी में है।