भांजे के प्यार में कातिल बनी मामी, सर कुचलकर की पति की हत्या,
शव गलाने के लिये डाला 12 किलो नमक
1 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश के कानपुर के सचेंडी इलाके में एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है। यहां 50 वर्षीय शिवबीर सिंह की गुमशुदगी की गुत्थी 10 महीने बाद सुलझ गई है। पुलिस ने खुलासा किया है कि, शिवबीर की पत्नी लक्ष्मी ने अपने भांजे अमित के साथ मिलकर पति की बेरहमी से हत्या की थी। हत्या के बाद दोनों ने शव को घर के पीछे बगीचे में 12 किलो नमक डालकर दफना दिया था ताकि वह जल्दी सड़-गल जाए। पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले का पर्दाफाश करते हुए आरोपी पत्नी लक्ष्मी और उसके प्रेमी भांजे अमित को गिरफ्तार कर लिया है।
अवैध संबंध बने हत्या की वजह
मूल रूप से बांदा जिले के मवई घाट निवासी और फिलहाल सचेंडी के लालूपुर गांव में रहने वाले शिवबीर सिंह गुजरात में प्राइवेट नौकरी करते थे। करीब छह साल पहले वह पत्नी लक्ष्मी, बच्चों और मां सावित्री के साथ गांव लौट आए थे। चूंकि गांव में उनका मकान नहीं था, इसलिए लक्ष्मी के भांजे अमित ने अपने घर के सामने जमीन दी, जहां उन्होंने झोपड़ी बनाकर रहना शुरू किया। इसी दौरान अमित और लक्ष्मी के बीच अवैध संबंध बन गए। जब ग्रामीणों ने शिवबीर को इस बारे में बताया, तो वह शराब पीकर पत्नी से अक्सर मारपीट करने लगे। इस पर लक्ष्मी ने पति को रास्ते से हटाने के लिए अपने प्रेमी भांजे के साथ हत्या की साजिश रच डाली।
1 नवंबर की रात, हुई थी पूरी प्लानिंग
वहीं 1 नवंबर 2024 की रात लक्ष्मी ने पूरे परिवार को चाय में नशीली गोलियां मिलाकर पिला दीं। जब घर के लोग बेहोश हो गए, तो उसने अमित को बुलाया। अमित घर पहुंचा और दोनों ने मिलकर साबड़ (भारी लोहे का औजार) से शिवबीर के सिर पर वार कर उसकी निर्मम हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी लक्ष्मी और अमित ने शव को 500 मीटर दूर बगीचे में दफन कर दिया और 12 किलो नमक डाल दिया ताकि शव जल्दी गल जाए। अगले दिन जब बच्चे उठे और पिता के बारे में पूछा, तो लक्ष्मी ने कहा कि “रात में नौकरी के लिए फोन आया था, वे गुजरात चले गए हैं।”
10 महीने तक झूठ बोलती रही पत्नी
हत्या के बाद लक्ष्मी ने पूरे परिवार को भ्रमित किया। उसने बेटे आनंद से कहा कि शिवबीर नौकरी के सिलसिले में गुजरात हैं और वहां फैक्ट्री में फोन करने की अनुमति नहीं है। जब आनंद ने रक्षाबंधन पर घर आने के लिए पिता का नंबर मांगा, तो लक्ष्मी ने कह दिया कि वह अब याद नहीं है। इसी बीच आनंद को शक हुआ और उसने बुआ कांती को सारी बात बताई। 19 अगस्त 2025 को कांती ने सचेंडी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस की जांच में सामने आई पूरी सच्चाई
जांच के दौरान पुलिस को लक्ष्मी और अमित के अवैध संबंधों की जानकारी मिली। पुलिस ने लक्ष्मी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह टूट गई और पूरे हत्याकांड की कबूलनामे में हत्या की साजिश का खुलासा कर दिया। लक्ष्मी की निशानदेही पर पुलिस ने बगीचे में खोदाई कराई, जहां से शिवबीर के कंकाल के अवशेष, बनियान और गले का लॉकेट बरामद हुआ। परिजनों ने लॉकेट देखकर शव की शिनाख्त की।
ACP बोले नमक डालकर गलाना चाहते थे शव
ACP शिखर कुमार ने बताया, “पत्नी लक्ष्मी और उसके भांजे अमित ने शिवबीर की हत्या के बाद शव को जल्दी गलाने के लिए उस पर 12 किलो नमक डाला और बगीचे में दफना दिया। 10 महीने बाद यह सनसनीखेज राज़ खुला।” पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।