गाजा युद्ध पीड़ितों की मदद के नाम पर ठगी करते थे..आयन,जैद और सुफियान,
यूपी ATS ने दबोचा..जानें कैसे किए लाखों के वारे-न्यारे
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश एटीएस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन ठगों को गिरफ्तार किया है, जो गाजा युद्ध पीड़ितों की मदद के नाम पर देशभर से करोड़ों रुपये का गबन कर रहे थे। आरोपियों के गिरोह ने सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप्स के माध्यम से जनता की भावनाओं का फायदा उठाया और पैसे जमा कराकर लाखों की ठगी की।
क्या था मामला ? एटीएस की जांच में पता चला कि ये लोग गाजा युद्ध पीड़ितों, बच्चों और महिलाओं की सहायता के लिए आर्थिक मदद इकट्ठा करने का दिखावा कर रहे थे, लेकिन असल में जमा धन को अपने निजी खर्च और लाभ के लिए इस्तेमाल कर रहे थे। इनके इस अपराध से न केवल पीड़ितों को वित्तीय नुकसान हुआ, बल्कि देशभर के नागरिकों की संवेदनाओं के साथ भी खिलवाड़ हुआ।
कौन हैं गिरफ्तार आरोपी जानकारी के मुताबिक इसकी सूचना के बाद यूपी एटीएस ने महाराष्ट्र से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनके नाम- मोहम्मद अयान पुत्र मोह. हुसैन, निवासी इरफान रोड, मिवांडी, महाराष्ट्र, जैद नोटिव्यार पुत्र अब्दुल कारी, निवासी शांति नगर, मिवांडी, महाराष्ट्र, अबू सूफियान पुत्र ताजुल्लाह ओसरी, निवासी गुलजार नगर, मिवांडी, महाराष्ट्र हैं। वहीं ATS ने तीनों आरोपियों के पास से सोशल मीडिया पर गाजा युद्ध पीड़ितों के लिए बनाई गई फर्जी पोस्ट और करोड़ों की रकम भी बरामद की है।
कैसे काम करता था गिरोह ? जानकारी के मुताबिक आरोपी सोशल मीडिया पर गाजा युद्ध पीड़ितों की मदद का दिखावा करते थे और लोगों को फंड भेजने के लिए प्रेरित करते थे। इसके बाद रकम का बड़ा हिस्सा खुद अपने निजी खर्च और गैरकानूनी गतिविधियों पर खर्च किया जाता था। इस गिरोह के मामले की गंभीरता को देखते हुए एटीएस ने उन्हें न्यायालय में पेश किया और मुंबई से ट्रांजिट रिमांड लेकर लखनऊ लाया जाएगा।
सावधानी और जागरूकता की अपील वहीं एटीएस ने नागरिकों से अपील की है कि सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर किसी भी दान या सहायता अभियान में शामिल होने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें। ऐसे ठगी के मामलों में सतर्कता बरतना जरूरी है, ताकि संवेदनशील मामलों का फायदा उठाकर धोखाधड़ी न हो।