तन से लड़का…मन से लड़की…UPSC एस्पिरेंट ने काटा खुद का प्राइवेट पार्ट,
गंभीर हालत में इलाज जारी
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें आईएएस की तैयारी कर रहे एक प्रतियोगी छात्र ने डॉक्टर की कथित सलाह पर अपना प्राइवेट पार्ट काट लिया। जानकारी के अनुसार, छात्र अमेठी का रहने वाला है और उसे ऐसा लग रहा था कि उसका तन लड़के का है, लेकिन मन लड़की का।
सर्जिकल ब्लेड से काटा, एनेस्थीसिया का इंजेक्शन भी लगाया मिली जानकार के मुताबिक ये घटना प्रयागराज के सिविल लाइन्स इलाके में एक लॉज में हुई। जहां छात्र ने सर्जिकल ब्लेड और एनेस्थीसिया का इंजेक्शन खुद मंगाकर अपने कमरे में यह कदम उठाया। ब्लीडिंग अधिक होने के कारण लॉज मालिक ने उसे तुरंत सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। स्वरूप रानी नेहरू सरकारी अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में भर्ती छात्र की स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है। अस्पताल के डॉक्टर संतोष ने कहा कि वक्त पर उपचार मिलने से उसकी जान बच गई।
डॉ० की सलाह पर उठाया कदम वहीं छात्र का कहना है कि उसने यह कदम डॉक्टर की सलाह पर उठाया। डॉक्टर ने उसे सर्जिकल ब्लेड और प्रक्रिया का तरीका बताया। छात्र के अनुसार, उसकी पढ़ाई CBSE बोर्ड से हुई है और 14 साल की उम्र में एक फंक्शन में लड़कियों के साथ डांस करते हुए उसे पहली बार एहसास हुआ कि वह अपनी पहचान को लेकर लड़कों की तरह महसूस नहीं करता।
जेंडर आइडेंटीटी डिसऑर्डर का मामल मनोवैज्ञानिक डॉ. कमलेश का कहना है कि यह मामला “जेंडर आइडेंटीटी डिसऑर्डर” का है, जो बहुत ही दुर्लभ है। इस स्थिति में व्यक्ति का मन उसके शरीर की जैविक पहचान से मेल नहीं खाता। डॉ. कमलेश के अनुसार, ऐसे मामलों में सर्जिकल कदम से पहले मानसिक काउंसलिंग और चिकित्सकीय मार्गदर्शन बेहद जरूरी है। छात्र के माता-पिता किसान और गृहिणी हैं। अब उसका इलाज और काउंसलिंग जारी है, ताकि मानसिक और शारीरिक दोनों पहलुओं पर उसकी मदद की जा सके।