सीएम योगी के 5 फैसलें, जिन्हें 7 राज्यों ने किया कॉपी,
बुलडोजर एक्शन और एनकाउंटर ने उड़ाई गुंडे माफियाओं की नींद
22 days ago
Written By: State Desk
उत्तर प्रदेश, जो कभी क्राइम, माफिया राज और दंगों की पहचान हुआ करता था, आज देश के सबसे मजबूत राज्यों में गिना जाता है। साल 2017 में बनी भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार में जब गोरखपुर के महंत योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने, तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि ये भगवा धारी संत, पूरे सिस्टम को हिला कर रख देगा। लेकिन सीएम योगी ने जो कहा, वो किया! लव जिहाद हो, बुलडोजर एक्शन हो, माफियाओं की कमर तोड़नी हो या फिर अवैध बूचड़खानों को बंद करना—सीएम योगी के कई फ़ैसलों को अन्य राज्यों मे भी कॉपी किया, आज हम सीएम योगी के उन्हीं फ़ैसलों के बारे मे बात करेंगे जिन्हे अन्य राज्यों ने कॉपी किया।
लव जिहाद पर सीएम योगी सख्त
सबसे पहले बात करते है लव जिहाद की, जहां पहले यूपी में बहन-बेटियां घर से बाहर निकलने में डरती थीं। लेकिन योगी सरकार ने 'लव जिहाद' के खिलाफ कड़ा कानून बना दिया। अगर जबरन धर्म परिवर्तन करवाने की कोशिश की गई, तो सीधे जेल! यही नहीं, 2020 से अब तक 500 से ज्यादा लव जिहाद के मामलों में पुलिस ने एक्शन लिया और कई बड़े गैंग्स को ध्वस्त किया। यूपी सरकार के इस कानून को मध्य प्रदेश, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, हरियाणा और झारखंड की सरकारों ने भी कॉपी किया।
मंदिर-मस्जिद से उतरवाया लाउडस्पीकर
आइये अब जानते है सीएम योगी के दूसरे बड़े फैसले लाउडस्पीकर कंट्रोल के बारे में, दरअसल 2018 में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में अधिवक्ता मोती लाल यादव ने ध्वनि प्रदूषण को लेकर एक याचिका दायर की। जिसमें साल 2000 में बनाए गए ध्वनि प्रदूषण के नियमों पर सख्ती से कार्रवाई की मांग की गई। जिसके बाद कोर्ट ने इस पर 2022 में UP सरकार से जवाब मांगा। जिसके बाद इस पर सीएम योगी ने अधिकारियों को सख्ती करने का आदेश दिया। एक हफ्ते के अंदर ही सूबे के 4000 से अधिक धार्मिक स्थानों से लाउडस्पीकर उतरवा दिए गए। 17000 से ज्यादा धार्मिक स्थानों पर लाउडस्पीकर की आवाज कम करवाई गई। इस कार्रवाई से अलीगढ़, अमरोहा, बरेली, सहारनपुर समेत कई स्थानों पर मुस्लिम धर्म गुरु नाराज हो गए, लेकिन बाद में कई धार्मिक स्थानों से पुजारियों-मौलवियों ने खुद ही लाउडस्पीकर की आवाज धीमी कर दी या उन्हें हटवा दिया।
माफियाओं पर गरजा बाबा का बुलडोजर
जब उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार आई थी, तब माफिया सोचते थे कि उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा। लेकिन योगी जी ने साफ कर दिया कि गुंडों की जगह जेल में है, ना कि सियासत में। जिसके बाद सूबे में बुलडोजर ने माफियाओं नींद उड़ा दी। राज्य में इसकी एंट्री 4 जुलाई 2020 को हुई। जब कानपुर के बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ मिलकर 8 पुलिस वालों की हत्या कर दी थी। जिसके बाद उसकी अवैध संपत्तियों और घर को बुलडोजर से गिरा दिया गया। विकास दुबे के बाद माफिया अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी, विजय मिश्रा समेत कई गैंगस्टर के किले को बुलडोजर से नेस्तनाबूद कर दिया गया। 3,758 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त हुई, और यूपी में पहली बार अपराधियों को डर लगने लगा! इन कार्रवाईयों के बाद देश में बुलडोजर एक्शन इतना पोपुलर हो गया कि सीएम योगी को नया नाम मिला 'बुलडोजर बाबा' । बच्चों के खिलौनों और होली की पिचकारियों में बुलडोजर मॉडल की डिमांड बढ़ गई। बुलडोजर एक्शन को मध्य प्रदेश, गुजरात और दिल्ली की सरकारों ने भी कॉपी किया।
योगी सरकार में पुलिस बेखौफ
योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने के लिए सख्त कदम उठाए। UP पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक 2017 से 2024 तक 7 सालों में 10902 एनकाउंटर हुए। जिसमें 194 अपराधी मारे गए और 6 हजार से ज्यादा अपराधियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया। मेरठ में सबसे ज्यादा 1937 एंकाउंटर हुआ , जिसके बाद से ही माफियाओं के दिल में एंकाउंटर का डर बैठ गया है।
उत्तर प्रदेश में गौहत्या बंद
इसके अलावा, यूपी सरकार ने अवैध बूचड़खानों पर पूरी तरह से रोक लगा दी। पहले जहां बिना किसी रेगुलेशन के सैकड़ों बूचड़खाने चल रहे थे, वहां अब टोटल बैन लग चुका है। आज यूपी देश का सबसे डिसिप्लिन्ड स्टेट बन चुका है। पहले जहां पुलिस भी गुंडों से डरती थी, आज वही पुलिस अपराधियों को ठोकने के लिए जानी जाती है। पिछले कुछ सालों में यूपी में दंगों का ग्राफ जीरो पर पहुंच गया है।