गोरखपुर मामले में सीएम योगी बेहद नाराज, पूरा थाना सस्पेंड,
अब गौ तस्करों का होगा सीधे एनकाउंटर.!
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
गोरखपुर जिले में सोमवार रात हुई एक सनसनीखेज वारदात ने पूरे प्रदेश को हिला दिया। पशु तस्करों ने NEET की तैयारी कर रहे छात्र दीपक की तस्करी रोकने के दौरान हुई झड़प में बेरहमी से पिटाई कर हत्या कर दी और उसका शव चार किलोमीटर दूर फेंक दिया। इस घटना के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़े कदम उठाते हुए पूरे थाना स्टाफ को सस्पेंड कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए STF को तैनात कर दिया है।
क्या है पूरा मामला ? दरअसल ये पूरी घटना पिपराइच के मऊआचापी गांव की है। देर रात करीब 11:30 बजे 10–12 पशु तस्कर दो पिकअप गाड़ियों में पहुंचे और गांव के एंट्री पॉइंट पर स्थित एक फर्नीचर दुकान का ताला तोड़ने लगे। उसी दौरान ऊपर के ट्रैवल ऑफिस में सो रहे युवक ने शटर की आवाज सुन ली और अपने मामा के बेटे दीपक को फोन कर दिया। दीपक मौके पर पहुंचा और शोर मचाने लगा, जिससे गांव के कई लोग जुट गए। जिसके बाद तस्करों ने भागने की कोशिश की और फायरिंग भी की, लेकिन दीपक सबसे आगे बढ़कर उन्हें रोकने लगा। तभी तस्करों ने उसे जबरन अपनी गाड़ी में खींच लिया। ग्रामीणों ने भी एक तस्कर को पकड़ लिया और उसकी गाड़ी में आग लगा दी। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस पहुंची, लेकिन भीड़ और ज्यादा आक्रोशित हो गई। पथराव में एसपी नॉर्थ जितेंद्र श्रीवास्तव और थाना प्रभारी पुरुषोत्तम आनंद सिंह समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
खून से लथपथ मिला शव जिसके बाद पुलिस ने उस दिशा में तलाश शुरू की, जिधर तस्कर भागे थे। फिर करीब चार किलोमीटर दूर, सड़क किनारे दीपक का खून से सना शव बरामद हुआ। उसकी हत्या की खबर फैलते ही गुस्साए ग्रामीणों ने गोरखपुर–पिपराइच रोड जाम कर दिया और जमकर प्रदर्शन किया।
सीएम योगी की कड़ी कार्रवाई वहीं इस पूरी घटना की जानकारी मिलते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने तत्काल पूरे थाना स्टाफ को सस्पेंड कर दिया और विभागीय जांच का आदेश दिये। STF चीफ अमिताभ यश और DIG लॉ एंड ऑर्डर को घटनास्थल भेजा गया। SSP राज करण नय्यर ने चौकी इंचार्ज ज्योति नारायण तिवारी समेत चार कॉन्स्टेबल को तत्काल निलंबित कर दिया। सीएम ने स्पष्ट कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और गोरखपुर में कानून का सख्त राज कायम किया जाएगा।
अंतिम संस्कार में गुस्सा वहीं मृतक दीपक का अंतिम संस्कार मंगलवार को भारी तनाव और गम के बीच किया गया। शव को घर पर मात्र दस मिनट के लिए रखा गया और पिता ने मुखाग्नि दी। परिवार ने दोषियों को फांसी, आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी की मांग रखी। डीएम दीपक मीणा ने आश्वासन दिया कि परिवार की मांगों को पूरा करने की हरसंभव कोशिश की जाएगी।
STF को मिली बड़ी जिम्मेदारी मामले की गंभीरता देखते हुए STF को पशु तस्करों की गिरफ्तारी की जिम्मेदारी दी गई है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश देर रात घटनास्थल पहुंचे और पूरे ऑपरेशन की कमान संभाली। गोरखपुर में अब पूरा प्रशासन अलर्ट पर है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पशु तस्करों के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई होगी जो प्रदेश के लिए नजीर साबित होगी।