त्योहारों से पहले उत्तर प्रदेश की सभी सड़कें दुरुस्त करने के निर्देश,
मुख्यमंत्री योगी ने दी कड़ी चेतावनी
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कर दिया है कि आगामी त्योहारी सीजन से पहले प्रदेश की सभी सड़कें दुरुस्त और गड्ढामुक्त होनी चाहिए। चाहे वह राष्ट्रीय राजमार्ग हों, एक्सप्रेस-वे, ग्रामीण संपर्क मार्ग हों या फिर नगर निगम क्षेत्र की सड़कें, हर स्तर पर बेहतर यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा, दशहरा, दीपावली और छठ जैसे बड़े पर्वों के समय सड़कें खराब नहीं दिखनी चाहिएं।
गड्ढामुक्ति अभियान की भी की समीक्षा दरअसल मुख्यमंत्री मंगलवार को विभिन्न विभागों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। जहां इस दौरान अधिकारियों ने उन्हें बताया कि प्रदेश की कुल 6,78,301 सड़कों (लंबाई 4,32,989 किमी) में से 44,196 किमी सड़कों को गड्ढामुक्त करने का लक्ष्य है। अब तक औसतन 21.67 प्रतिशत प्रगति दर्ज की गई है। इस पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सभी विभाग लक्ष्य की प्राप्ति में समान गति बनाएं। विशेष रूप से कमजोर प्रगति वाले विभाग जल्द सुधार दिखाएं।
विभागों की प्रगति और सीएम की चेतावनी वहीं लोक निर्माण विभाग ने सड़क नवीनीकरण में 84.82 प्रतिशत प्रगति दर्ज की है, जबकि अन्य विभाग पीछे हैं। मुख्यमंत्री ने सभी से समयबद्ध कार्य पूर्ण करने को कहा। नगर विकास विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि अवस्थापना संबंधी कार्यों की धनराशि का सही और समय पर उपयोग हो। कार्य आवंटन में पारदर्शिता हो और अनावश्यक देरी न की जाए। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि लापरवाही हुई तो महापौरों के अधिकारों पर पुनर्विचार किया जाएगा। साथ ही रेस्टोरेशन और विशेष मरम्मत के अंतर्गत 2,750 किमी सड़कें चिन्हित की गई हैं। इसमें ग्रामीण विकास विभाग ने 62.99 प्रतिशत प्रगति, नगर विकास विभाग ने 35.50 प्रतिशत और अवसंरचना एवं औद्योगिक विकास विभाग ने 48.77 प्रतिशत प्रगति दर्ज की है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि 30 सितम्बर तक लोक निर्माण विभाग सर्वे पूरा कर शासन को कार्ययोजना प्रस्तुत करे।
त्योहारों को लेकर कड़ा रुख इस दौरान अधिकारियों ने अवगत कराया कि वर्तमान में 649 मार्ग संतोषजनक स्थिति में हैं, जबकि 114 मार्ग असंतोषजनक पाए गए हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत सुधार का आदेश दिया और कहा कि त्योहारों के समय सड़कें प्रदेश की छवि को दर्शाती हैं। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर की योजना बैठक में मुख्यमंत्री ने उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर की रूपरेखा पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि अब तक प्रदेश के ज्यादातर राजमार्ग और एक्सप्रेसवे पूर्व-पश्चिम दिशा में बने हैं। अब आवश्यकता है कि नेपाल सीमा से लेकर दक्षिणी जिलों तक को जोड़ने वाला एक सुदृढ़ उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर तैयार किया जाए। इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) का सहयोग लिया जाएगा और शेष मार्गों का निर्माण, सुदृढ़ीकरण एवं चौड़ीकरण राज्य स्तर पर कराया जाएगा। जहां आवश्यकता हो, वहां ग्रीनफील्ड परियोजनाएं भी प्रस्तावित की जाएंगी।
सीएम का स्पष्ट संदेश मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभियान प्रदेशवासियों की सुविधा और सुरक्षा से सीधे जुड़ा है। इसलिए सभी विभाग पारदर्शिता, जवाबदेही और समयबद्धता के साथ काम करें। कार्यों की प्रगति की दैनिक निगरानी हो और शासन को नियमित रिपोर्ट दी जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि त्योहारों से पहले उत्तर प्रदेश की सभी सड़कें बेहतर स्थिति में दिखाई दें।