NEET अभ्यर्थी की हत्या मामले का आरोपी गो-तस्कर पुलिस मुठभेड़ में ढेर,
18 आपराधिक मामलों में वांछित था जुबैर
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
गोरखपुर के नीट अभ्यर्थी दीपक गुप्ता की हत्या का मुख्य आरोपी और कुख्यात गो-तस्कर जुबैर उर्फ़ कालिया पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। शुक्रवार देर रात रामपुर जिले के गंज थाना क्षेत्र में पुलिस जांच के दौरान आरोपी पुलिस पर फायरिंग करने लगा, जिसके बाद हुई जवाबी कार्रवाई में वह गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
जुबैर पर एक लाख का इनाम पुलिस के मुताबिक, आरोपी जुबैर रामपुर कोतवाली क्षेत्र के घेर मर्दान खां का रहने वाला था और पिछले आठ वर्षों से पशु तस्करी में सक्रिय था। उस पर कई संगीन मामलों में मुकदमे दर्ज थे और पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
गोलीबारी में पुलिसकर्मी भी घायल मुरादाबाद परिक्षेत्र के डीआईजी मुनिराज जी ने बताया कि पुलिस ने जब जुबैर और उसके साथी को रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने पुलिस पर ही फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में जुबैर घायल हो गया। इस मुठभेड़ में उपनिरीक्षक राहुल जादौन और आरक्षी संदीप कुमार भी घायल हुए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल दोनों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।
गोरखपुर के पिपराइच हत्याकांड का आरोपी जुबैर उर्फ कालिया वही अपराधी था, जिसने 16 सितंबर को गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र में नीट अभ्यर्थी दीपक गुप्ता की बेरहमी से हत्या कर दी थी। दीपक ने गो-तस्करों को जानवर चोरी करने से रोकने की कोशिश की थी। इसी दौरान तस्करों ने उसे जबरन गाड़ी में बैठाकर ले गए और उसकी हत्या कर दी। इस घटना के बाद प्रदेशभर में आक्रोश फैल गया था और जुबैर की तलाश तेज़ कर दी गई थी।
18 आपराधिक मामलों में वांछित था कालिया पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, जुबैर के खिलाफ रामपुर, गोंडा, बलरामपुर और गोरखपुर जिलों में गोहत्या, पशु क्रूरता अधिनियम, हत्या के प्रयास और हत्या जैसे 18 गंभीर मामले दर्ज थे। लंबे समय से फरार चल रहे इस अपराधी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद पुलिस ने दावा किया है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था के खिलाफ खड़े अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।