प्रेमिका को बेहोश कर डाक्टर ने बिन कपड़ों के हाईवे पर फेंका,
शरीर पर मिले घाव के निशान
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक डॉक्टर ने अपनी प्रेमिका के साथ बर्बरता की हदें पार कर दीं। डॉक्टर ने युवती को पहले तीन इंजेक्शन लगाकर बेहोश किया, फिर धारदार हथियार से उसके चेहरे और शरीर पर गहरे घाव किए। इतना ही नहीं, उसे निर्वस्त्र कर दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर फेंक दिया, ताकि कोई वाहन उसे कुचल दे और मामला सड़क हादसा लगे।
क्या था पूरा मामला ? जानकारी के मुताबिक, पीड़ित युवती बदायूं जनपद की रहने वाली है और करीब पांच साल पहले वह बरेली के मेडिकल कॉलेज से नर्सिंग की पढ़ाई करने बरेली आई थी। पढ़ाई पूरी होने के बाद बीसलपुर रोड स्थित एक निजी अस्पताल में उसकी नौकरी लगी। वहीं उसकी मुलाकात बीएएमएस डॉक्टर से हुई और दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं। डॉक्टर ने युवती को शादी का झांसा दिया, लेकिन बाद में पता चला कि वह पहले से शादीशुदा है। इसके बाद दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया।
बेहोश कर किया घायल फिर फेंका वहीं घटना के दिन युवती ने डॉक्टर को बताया कि उसके पेट में दर्द है। जिसके बाद डॉक्टर इलाज के बहाने उसके घर पहुंचा। उसने तीन इंजेक्शन लगाकर युवती को बेहोश कर दिया और फिर उसके शरीर पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इसके बाद युवती को कार में डालकर हाईवे पर फेंक दिया। मिली जानकारी के मुताबिक, मामला मंगलवार देर रात का है। डॉक्टर की योजना थी कि हाईवे पर गिरने के बाद युवती की मौत हो जाएगी और यह हादसा मान लिया जाएगा, लेकिन किस्मत ने उसका साथ दिया। हाईवे किनारे लहुलूहान हालत में युवती को देखकर गांववालों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पीड़िता को दुपट्टा ओढ़ाया और जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
डॉक्टर ने पहले किया इनकार, फिर मानी प्रेम कहानी वहीं घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जब डॉक्टर से पूछताछ की तो उसने शुरुआत में युवती को पहचानने से ही इनकार कर दिया। लेकिन मोबाइल कॉल डिटेल सामने आने पर उसका झूठ पकड़ा गया। पूछताछ में डॉक्टर ने माना कि उसका युवती से प्रेम संबंध था, लेकिन अब वह उससे पीछा छुड़ाना चाहता था। इसी वजह से उसने यह साजिश रची।
जांच में जुटी पुलिस वहीं पत्रकारों से बातचीत में बरेली एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि पीड़िता का बयान दर्ज किया गया है। डॉक्टर से पूछताछ जारी है और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पीड़ित युवती का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।