अखिलेश यादव की प्रेस काफ्रेंस के बीच अचानक कटी बिजली,
फ़्लैश लाइट ने संभाला मोर्चा
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
लखनऊ की राजनीति सोमवार को उस समय हल्की-फुल्की अंधेरे में डूब गई, जब समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अचानक बिजली कट गई। यह घटना उस वक्त हुई जब पार्टी कार्यकर्ता उनका स्वागत कर रहे थे। करीब तीन मिनट तक अंधेरा छाया रहा और कार्यकर्ताओं ने मोबाइल की फ्लैशलाइट जला कर माहौल संभाला। इसके बाद कार्यक्रम दोबारा शुरू हो सका।
विश्वकर्मा जयंती पर प्रेस कॉन्फ्रेंस दरअसल अखिलेश यादव की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर आयोजित किया गया था। जहां उन्होंने कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने अपने कार्यकाल में इस दिन अवकाश घोषित किया था, जिसे वे सत्ता में आकर फिर से लागू करेंगे। इसके साथ ही अखिलेश ने घोषणा की कि लखनऊ के रिवर फ्रंट पर भगवान विश्वकर्मा की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
रामभद्राचार्य के बयान पर प्रतिक्रिया वहीं जब पत्रकारों ने उनसे जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य के पश्चिमी यूपी को "मिनी पाकिस्तान" बताए जाने वाले बयान पर सवाल किया, तो अखिलेश यादव ने कहा कि वे चाहते हैं कि बहस असली मुद्दों से भटकाई जाए। "सरकार चाहती है कि न विकास पर चर्चा हो और न ही एआई (Artificial Intelligence) जैसे गंभीर विषयों पर," उन्होंने व्यंग्य भरे लहजे में कहा।
यूपी में बिजली कटौती का सिलसिला गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है जब किसी बड़े कार्यक्रम में बिजली गुल हुई हो। इससे पहले भी अखिलेश यादव के आयोजनों में बिजली बाधित हुई थी। यहां तक कि मौजूदा ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की बैठक में भी बिजली कट गई थी। विडंबना यह थी कि वह बैठक बिजली की समस्याओं को लेकर विभागीय अधिकारियों के साथ चल रही थी। बाद में मंत्री ने इस पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे।