सपा नेता पर फिर चला ED का चाबुक, 11 ठिकानों पर छापेमारी,
754 करोड़ हड़पने के आरोप।
17 days ago
Written By: State Desk
लखनऊ: गोरखपुर के सपा नेता और पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी पर एक बार फिर इनकम टैक्स विभाग का चाबुक चला है। यहां सपा नेता के कुल 11 ठिकानों पर ED ने छापेमारी की है। पूर्व विधायक पर अलग-अलग बैंको से मोटी रकम हड़पने के आरोप लगे हैं। यहां ED मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर मामले की जाँच बकर रही है। पूर्व में भी ED इनपर कार्यवाही करते हुए 103 करोड़ की संपत्ति जब्त कर चुकी है। विनय शंकर तिवारी पूर्वांचल के कद्दावर नेता हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं। हरिशंकर तिवारी की मौत हो चुकी है।
बैंको से 754 करोड़ हड़पने के आरोप…
ED ने विनय शंकर तिवारी की कम्पनी गंगोत्री इंटरप्राइजेज के लखनऊ, नोएडा, गोरखपुर, मुम्बई व दिल्ली के 11 ठिकानों पर सोमवार सुबह छापा मारा। ED के मुताबिक, गंगोत्री इंटरप्राइजेज के निदेशकों, प्रमोटर, गारंटर ने मिलीभगत कर बैंकों के दिए रुपए की कैश क्रेडिट लिमिट को धोखाधड़ी करके हड़प लिया था। इनमें विनय शंकर तिवारी, पत्नी रीता तिवारी, अजीत कुमार पांडेय की मुख्य भूमिका सामने आई। इसके बाद उनकी 3 शहरों लखनऊ, गोरखपुर और नोएडा की वाणिज्यिक, आवासीय और कृषि भूमि को जब्त किया गया।
पूर्व में 103 करोड़ की संपत्ति जब्त कर चुकी है ED…
दरअसल, बैंकों की शिकायत पर CBI ने इस मामले में केस दर्ज किया था, जिसके आधार पर ED ने भी CBI की FIR में नामजद आरोपियों के खिलाफ मनी लान्ड्रिंग का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। जांच में सामने आया कि बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले 7 बैंकों के कंसोर्टियम से गंगोत्री इंटरप्राइजेज ने 1129.44 करोड़ रुपए की कैश क्रेडिट लिमिट ली थी। बाद में इसे गंगोत्री इंटरप्राइजेज की सहयोगी कंपनियों में डायवर्ट करके निजी संपत्तियों को खरीदा गया। ED ने इस मामले में 23 फरवरी 2024 को विनय शंकर तिवारी और उनके करीबियों के 10 ठिकानों पर छापा मारा था, जहां बैंकों की रकम से खरीदी गई तमाम संपत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए थे। इस मामले में ED विनय शंकर तिवारी और उनके करीबियों की करीब 103 करोड़ रुपए की संपत्तियों को जब्त कर चुका है।