कानपुर में थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज पर उन्ही के थाने में FIR,
मामला जानकर चौक जाएंगे आप
5 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस की भूमिका एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। चंद्र नगर, लालबंगला की रहने वाली संगीता जायसवाल ने आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मियों ने बिल्डरों के साथ मिलकर उनकी जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया और घर से कीमती सामान भी लूट लिया। इस मामले में पुलिसकर्मियों समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।
40 अज्ञात लोगों पर भी आरोप
पीड़िता संगीता जायसवाल का आरोप है कि 29 मार्च को चकेरी थाने के प्रभारी संतोष कुमार शुक्ला, सनिगवां चौकी के पूर्व इंचार्ज अंकित खटाना, बिल्डर योगी, धर्मेंद्र यादव और करीब 40 अज्ञात लोग जबरन उनके भूखंड पर कब्जा करने पहुंचे। संगीता का कहना है कि इस दौरान पुलिस बल ने दीवारें और दरवाजे तोड़ दिए। उन्होंने बताया कि जब उनके परिवार ने इस कार्रवाई का विरोध किया, तो उनके साथ मारपीट भी की गई। खास बात यह है कि जिस जमीन को लेकर यह विवाद हुआ, वह मामला पहले से ही अदालत में विचाराधीन था। इसके बावजूद कथित तौर पर पुलिसकर्मियों और बिल्डरों ने कार्रवाई की।
घर से कीमती गहने, सामान और माल भी गायब
संगीता जायसवाल ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों और बिल्डरों ने न केवल उनकी जमीन पर कब्जा किया बल्कि उनके घर से लगभग 6 लाख रुपये के गहने और अन्य कीमती सामान भी लूट लिए। संगीता का कहना है कि उनके पति का करीब डेढ़ करोड़ रुपये का माल भी ट्रकों में भरकर हटा दिया गया। यहां तक कि घर से एक मवेशी भी उठा लिया गया।
सात धाराओं में दर्ज हुई एफआईआर
डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि हाईकोर्ट की सुनवाई के बाद इस मामले में चकेरी थाने के प्रभारी, पूर्व चौकी इंचार्ज और अन्य आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की सात अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस घटना के बाद पूरे इलाके में हलचल मच गई है और पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जमीन विवाद में पुलिस की सीधी संलिप्तता बेहद चिंताजनक है।