Fatehpur triple murder case: पहले तीनों को गोली मारी फिर लाश पर मारे 200 डंडे,
इस सीरियल किलिंग की कहानी रूह कंपा देगी
1 months ago
Written By: State Desk
लखनऊ: फतेहपुर में बीते दिनों सियासी रंजिश में हुए तिहरे हत्याकांड के मामले में कई अनसुने राज़ से पर्दा उठा है। जिसके अनुसार पूरा मामला चुनावी रंजिश और कोटे की ठनक का था, जिसके चलते हत्यारों ने इस दौरान बर्बरता की सभी हदें पार कर दीं। यहां ज़िंदा तो ज़िंदा, लाशों को भी डंडे से पीटा गया। फिलहाल इस पूरे मामले में घटना के कई कारण और आत्मा को झकझोर देने वाली बर्बरता की कहानियाँ सामने आई हैं। वहीं पहले से चले आ रहे इस विवाद को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर भी कई बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं।
गोलियों से छलनी कर लाशों को भी पीटा…
फतेहपुर तिहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाले हत्यारों के भीतर रंजिश की कसक भरपूर दिखाई दी है। इस दौरान हत्यारों ने बर्बरता की सारी हदें पार कर दीं। मिली जानकारी के अनुसार, हत्यारों में कसक ऐसी थी कि गोलियों से छलनी करने के बाद तीनों की लाशों पर डंडे मारकर भड़ास निकाली गई। जैसे वे किसी भी सूरत में परिवार के किसी भी सदस्य को ज़िंदा नहीं छोड़ना चाहते थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, गोलियाँ तमंचों से दागी गईं। तमंचे 312 और 32 बोर के इस्तेमाल किए गए। मृतक विनोद उर्फ पप्पू सिंह के सीने, पेट और कमर के नीचे पाँच गोलियाँ पाई गईं। शरीर से गोलियों के कई छर्रे निकले। उन्हें दोनों ही बोर के तमंचों से गोलियाँ मारी गईं। पप्पू सिंह के भाई को पुलिया में जान बचाकर घुसते समय एक ही गोली मारी गई, जो कनपटी पर लगी। वह गोली 32 बोर की थी। पप्पू सिंह के पुत्र अभय को दो गोलियाँ सीने और पेट में दागी गईं। तीनों के शरीर से छर्रे मिले हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, पप्पू सिंह को आरोपियों ने डंडों से भी पीटा। इतना पीटा कि डंडा खून से लाल हो गया।
करीबी का कोटा छिनने की अदावत…
दरअसल आगामी पंचायत चुनाव में पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू और विनोद सिंह उर्फ पप्पू एक-दूसरे के खिलाफ लड़ने वाले थे। पूर्व प्रधान को विनोद सिंह से लगातार हार का सामना करना पड़ रहा था। कई साल से पूर्व प्रधान के करीबी राम प्रसाद के पास राशन की दुकान थी। इसका संचालन अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व प्रधान पक्ष ही करता था। एक साल पहले पप्पू ने राशन की दुकान में अनियमितता की शिकायत की, जिससे कोटा बंद हो गया। इस तरह पूर्व प्रधान के कब्जे से राशन की दुकान भी छिन गई। वहीं पूर्व प्रधान के कब्जे वाली सरकारी ज़मीन भी पैमाइश करवाकर विनोद सिंह ने अपने नाम करवा ली थी। इसे लेकर दोनों पक्षों में अदावत बढ़ गई थी।
बेटे के पहले भिड़ते थे पिता…
दरअसल इन दोनों परिवारों के बीच तू-तू, मैं-मैं की रंजिश अरसे से चली आ रही है। मिली जानकारी के अनुसार, मुन्नू सिंह के दिवंगत पिता और पप्पू सिंह के पिता लाल बहादुर सिंह के बीच भी विवाद होता रहता था। उनके बीच गाली-गलौज और मारपीट तक की नौबत आ जाती थी। हालांकि कुछ दिन बाद वे एक साथ बैठकर खाना-पीना भी कर लेते थे। इस पीढ़ी के दोनों पक्षों में आए दिन गाली-गलौज होती थी। विवाद के बाद दोनों पक्षों के बीच तकरार बढ़ती गई। हत्यारोपी मुन्नू सिंह के खेत के बगल में पप्पू सिंह का घर है। वहां अक्सर आने-जाने पर विवाद होता था। ग्रामीणों के बीच चर्चा रही कि पप्पू सिंह कभी भी चाहता तो मुन्नू सिंह पक्ष के लोगों की हत्या कर सकता था। उसके घर के बगल में ही खेत पर मुन्नू सिंह आते-जाते थे, कभी भी हमला कर सकते थे।
बसपा सुप्रीमो ने लिखा…
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया एक्स पर कानून-व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने लिखा कि उत्तर प्रदेश में आए दिन हर छोटी-छोटी बात पर लोगों का शोषण व उत्पीड़न हो रहा है। अभी हाल ही में फतेहपुर में एक ही किसान परिवार के तीन क्षत्रिय ठाकुरों और एक दलित व्यक्ति की भी हत्या कर दी गई। इससे लोगों में काफी दहशत है। सरकार दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करे और पीड़ित परिवार को समय से न्याय दे। कानून-व्यवस्था सुधारने पर विशेष ध्यान दें।
चुनावी रंजिश में तिहरा हत्याकांड…
दरअसल फतेहपुर के हथगाम थाना क्षेत्र के अखरी गांव में मंगलवार को ग्राम प्रधान के दो बेटों और पौत्र की सुबह खेत जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या प्रधानी चुनाव की रंजिश में हुई है। आरोप है कि पूर्व प्रधान ने अपने बेटे और अन्य साथियों के साथ घात लगाकर वारदात को अंजाम दिया। मृतकों में एक भाकियू टिकैत गुट का जिला उपाध्यक्ष था। परिजन की तहरीर पर पुलिस ने पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू समेत छह के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, फरार हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए 10 टीमें गठित की गई हैं। अखरी गांव की प्रधान राम दुलारी की बहू मनीषा ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि मंगलवार सुबह उनके पति अनूप सिंह (40), जेठ विनोद सिंह (45) व भतीजा अभय प्रताप (21) बाइक से खेत जा रहे थे। गांव निवासी रमेश के नलकूप के पास रंजिश के चलते पहले से घात लगाकर बैठे ट्रैक्टर सवार पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू, उसके पुत्र पीयूष, भूपेंद्र, सज्जन, विवेक, जान उर्फ विपुल ने तीनों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी स्कॉर्पियो से भाग निकले।