390 मस्जिदों में ठहराए गए थे 5 हजार दंगाई,
ऐसे रची गई थी बरेली को जलाने की साजिश
24 days ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में हाल ही में हुई हिंसा के पीछे की साजिश पहले से रची गई थी। पुलिस जांच में पता चला है कि ‘I Love Muhammad’ पोस्टर विवाद की आड़ में पूरे शहर को जलाने की योजना बनाई गई थी। इस घटना में लगभग 5000 उपद्रवियों को जिम्मेदारी सौंपी गई थी और उन्हें ईंट, पत्थर, पेट्रोल बम और अन्य हथियार मुहैया कराए गए। आरोप है कि मौलाना तौकीर रजा ने 2010 की तरह 2025 में भी बरेली को दंगों की आग में झोंकने की कोशिश की।
बाहर से बुलाए गए उपद्रवी जांच में यह खुलासा हुआ कि बरेली की शांति भंग करने के लिए बिहार और पश्चिम बंगाल से बड़ी संख्या में उपद्रवी बुलाए गए थे। इन्हें शहर के अलग-अलग इलाकों की जिम्मेदारी दी गई, ताकि पूरे शहर में एक साथ उपद्रव कर सके। हिंसा की शुरुआत होते ही कई जगहों पर पथराव और आगजनी की घटनाएं हुई। बाहर से आए दंगाइयों ने पुलिस और कानून व्यवस्था को निशाना बनाया।
390 मस्जिदों में दी गई शरण सूत्रों के अनुसार, इन उपद्रवियों को 390 मस्जिदों में ठहराया गया था। घटना वाले दिन ये नमाज के बहाने बाहर निकले और फिर सड़कों पर उतर आए। भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया, पेट्रोल बम फेंके और मीडियाकर्मियों पर हमला बोला। इस दौरान एक पत्रकार की बाइक को नुकसान पहुंचा। अधिकारियों ने समझाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ किसी की नहीं सुन रही थी। वहीं जांच में जैसे-जैसे आगे बढ़ा जा रहा है, रोज नए खुलासे सामने आ रहे हैं। अब तक यह साफ हो गया है कि दंगा पूरी तरह से सोची-समझी साजिश था। आरोप है कि मौलाना तौकीर रजा ने धर्म का सहारा लेकर लोगों को भड़काया और सरकार की छवि खराब करने की कोशिश की।
गिरफ्तारी और कार्रवाई गौरतलब हो कि, बरेली हिंसा मामले में अब तक 77 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्य आरोपी मौलाना तौकीर रजा, उनकी पार्टी के नेता नदीम और शमशाद समेत अन्य 10 लोगों को जेल भेजा गया। कुल 10 मुकदमे दर्ज किए गए, जिनमें से सात मामलों में तौकीर रजा नामजद हैं। पुलिस ने एक आरोपी का हाफ एनकाउंटर किया और एक नाबालिग को हिरासत में लिया।
150 करोड़ की संपत्ति चिन्हित यहां बरेली जिला प्रशासन ने अब तक लगभग 150 करोड़ रुपये की संपत्ति चिन्हित की है। इसमें तौकीर रजा के रिश्तेदारों, मददगारों और उन्हें शरण देने वालों की संपत्तियां शामिल हैं। कार्रवाई की शुरुआत फरहत के होटल स्काईलार्क को सील करने से हुई। इसके बाद फरहत के रिश्तेदार आरिफ का लॉन और होटल, और मंगलवार को हाजी शराफत खान का मैरिज लॉन भी प्रशासन ने सील कर दिया।
सपा पार्षद के गैराज पर बुलडोजर वहीं समाजवादी पार्टी के पार्षद ओमान रजा के गैराज को भी पुलिस ने ध्वस्त किया। प्रशासन और पुलिस की सख्ती के चलते बरेली को बड़े नुकसान से बचाया गया। अगर समय पर कार्रवाई न होती, तो शहर 2010 की तरह हिंसा की आग में झुलस सकता था। पुलिस इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं, जिससे इस साजिश की पूरी कहानी सामने आएगी।