आतिशबाजी और बाइक स्टंट न करने की अपील,
शबे बरात पर देश भर के मुस्लिमों के लिए जारी हुई एडवाइजरी
2 months ago
Written By: Amir Rayeen
लखनऊ : पूरे देश में शबे बरात 13 फ़रवरी को मनाई जाएगी जिसको लेकर इस्लामिक सेण्टर ऑफ इंडिया ने एक एडवाइजरी जारी की है।शब-ए-बारात का त्यौहार हर साल इस्लामी कैलेंडर के आठवें महीने में मनाया जाता है। शब-ए-बारात यह इस्लाम धर्म का एक त्योहार है। इस दिन मुसलमान अल्लाह से अपने गुनाहों की माफ़ी मांगते हैं और उनकी दुआएं मांगते हैं। इस रात को अल्लाह अगले साल के लिए धरती पर रहने वाले हर प्राणी का भाग्य तय करता है ऐसा माना जाता है। यह रात शाबान महीने की 14 तारीख को सूर्यास्त के बाद शुरू होती है। इस रात मुसलमान पूरी रात नमाज़ अदा करते हैं और कुरान पढ़ते हैं। इस रात अपने मृत पूर्वजों की कब्रों पर जाकर दुआ मांगी जाती है।
इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया फरंगी महल के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली इमाम ईदगाह लखनऊ की अध्यक्षता में इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया में एक अहम् मीटिंग शबे बरात के सम्बन्ध में आयोजित हुई। इस अवसर पर मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि शबे बरात एक नूरानी और बरकत वाली रात है। इस अवसर पर खूब इबादत की जाती हैं, नफली नमाजें पढ़ी जाती हैं, कुरान पाक की तिलावत की जाती है विर्द और यजीके पड़े जाते हैं, अपने लिए और दूसरों के लिए दुआयें मॉगी जाती हैं, सदका और खैरात का एहतिमान होता है। कब्रस्तिानों में जाकर अपने रिश्तेदारों और अन्य मरहूम के लिए मगफिरत की दुआ की जाती हैं और अगले दिन नफली रोजा रखा जाता है।
उम्र और रोजी होती है निर्धारित
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि शबे बरात बहुत फजीलत वाली रात है। इस रात में बन्दों की उम्र, रोजी, सेहत और जिन्दगी का निर्धारित किया जाता है। इस में खुदा पाक के वह बन्दे जो उससे अपने गुनाहों की मॉफी माँगते हैं, गलत कामों से तौबा करते है, अपने लिए खैर व बरकत, मगफिरत व रहमत की दुआयें माँगते हैं।
शबे बरात के सिलसिले में इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया ने निम्नलिखित बिन्दुओं पर आधारित एडवायजरी जारी की है।
(1)- 1- शबे बरात जो कि इस साल 13 फरवरी 2025 को है इस अवसर पर मुसलमान अपने मरहूम रिश्तेदारों के ईसाले सवाब के लिए कब्रिस्तान जाते हैं, इस लिए इस बात का विशेष ख्याल रखें कि पार्किंग के लिए जो स्थान निर्धारित हैं वहीं पर अपनी गाड़ी पार्किंग करें ताकि लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
(2)- शाबान का पूरा महीना फजीलतों का है। इस लिए सदके और खैरात का अधिक से अधिक एहतिमाम करें।
(3)- शबे बरात इबादत की रात है इसमें सिर्फ इबादत ही करें और किसी भी प्रकार की आतिशबाजी ने करें।
(4)- इस मुबारक रात में मोटर साइकिल स्टंट बिलकुल न करें और दूसरे फुजूल कामों से बचें।
(5)- इस रात में अपने घर वालों के साथ साथ पूरे देश की हिफाजत उन्नति शान्ति अमन व अमान के लिए दुआ करें।
(6)- इस अवसर पर भी जरूरतमंदो, गरीबों और बीमारों की सहायता करके अपने मरहूमों को सवाब पहुंचायें।
(7)- 15 शाबाद मुताबिक 14 फरवरी 2025 को रोज़े का विशेष एहतिमाम करें