मजदूर को मजदूरी में मिली मौत…
सुरक्षित छोड़ने को सीपाही ने ली रिश्वत…दबंगों ने दस किमी पीछा कर की हत्या…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश के संभल जिले से एक सनसनीखेज और दुस्साहसिक घटना सामने आई है, यहां पुलिस की लापरवाही के चलते दबंगों ने एक मजदूर को मजदूरी के पैसे मांगने की सजा मौत देकर दी है। वहीं घटना की सूचना मिलते ही मृतक की दादी अनारो देवी की भी सदमे में मौत हो गई। जिसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने मुक़दमा दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
मजदूरी के पैसे मांगने पर शुरू हुआ विवाद
मिली जानकारी के मुताबिक, सोमवार को संभल जिले के नगला अजमेरी गांव के करीब दर्जनभर मजदूर बबराला में लिंटर डालने का काम करने गए थे। काम खत्म होने के बाद जब मजदूरी के पैसे मांगे गए तो विवाद हो गया। देर रात करीब 11 बजे मजदूर ट्रैक्टर-ट्रॉली से घर लौट रहे थे, तभी बाइक सवार हमलावर उनका पीछा करने लगे।
पुलिस ने ली रकम, फिर भी नहीं बचा पाई जान
घबराए मजदूरों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रैक्टर-ट्रॉली समेत मजदूरों को बबराला थाने ले आई। आरोप है कि यहां एक सिपाही ने मजदूरों से जुनावई तक सुरक्षित छोड़ने के लिए एक हजार रुपये की रिश्वत ली। इसके बाद डायल-112 के दो सिपाही और बबराला थाने का एक सिपाही मजदूरों के साथ रवाना हुए। लेकिन रास्ते भर हमलावर बाइक से मजदूरों का पीछा करते रहे। गुन्नौर पहुंचकर डायल-112 की टीम वापस लौट गई और बबराला थाने का सिपाही भी जगन्नाथपुर से लौट गया। पुलिस के जाते ही मजदूर पूरी तरह असुरक्षित हो गए।
पेट्रोल पंप के पास रोककर की बेरहमी से हत्या
जैसे ही मजदूर सेंजना मुस्लिम गांव के पास पहुंचे, हमलावरों ने असलहा दिखाकर ट्रैक्टर रुकवाने की कोशिश की, लेकिन चालक धर्मवीर ने गाड़ी नहीं रोकी। एसआर पेट्रोल पंप के पास हमलावरों ने ट्रैक्टर के आगे बाइक लगाकर उसे रुकवा लिया। इसके बाद उन्होंने योगेश उर्फ दुर्गेश को जबरन ट्रैक्टर से नीचे खींच लिया और बेरहमी से तब तक पीटा, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। डरे हुए अन्य मजदूर जान बचाकर भागते हुए किसी तरह थाने पहुंचे।
दादी की भी मौत, पुलिस पर उठे सवाल
नाती योगेश की मौत की सूचना मिलते ही उसकी दादी अनारो देवी ने सदमे में दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद गांव में आक्रोश फैल गया और लोगों ने पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठाए। पुलिस ने सात नामजद और 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही आरोप है कि मजदूरों से पैसे लेने वाले पुलिसकर्मियों की भी जांच की जा रही है।