कुशीनगर के शिक्षा विभाग में खिलवाड़,
बेसिक शिक्षा मंत्री का नाम तक नहीं जानतीं प्रधानाचार्य
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक कंपोजिट विद्यालय की प्रधानाचार्य से जब कैमरे पर सवाल पूछा गया कि राज्य के बेसिक शिक्षा मंत्री का नाम क्या है, तो वह हक्की-बक्की रह गईं। इतनी अहम जिम्मेदारी संभालने वाली शिक्षिका का जवाब सुनकर सब दंग रह गए।
सवाल पर बगले झांकती दिखीं हेडमास्टर यह मामला तमकुहिराज विकासखंड के पीएम श्री कंपोजिट विद्यालय बसडिला पाण्डेय का है। इस विद्यालय में 401 छात्र और 15 स्टाफ सदस्य हैं। इसी स्टाफ की मुखिया प्रधानाचार्य इंदिरा सिंह हैं। लेकिन जब उनसे विभागीय मंत्री का नाम पूछा गया तो पहले तो वह चुप्पी साधे रहीं और फिर सामने खड़े एक जूनियर अध्यापक के इशारे पर सिर्फ "संदीप" बोलकर रुक गईं। मंत्री का पूरा नाम संदीप सिंह है, लेकिन वह उसे भी सही तरीके से नहीं बता पाईं।
भारत के शिक्षा मंत्री के सवाल पर थम गई जुबान बेसिक शिक्षा मंत्री का नाम लेने में विफल रहने के बाद जब उनसे भारत सरकार के शिक्षा मंत्री का नाम पूछा गया तो उनकी चुप्पी और गहरी हो गई। मानो उनकी जुबान पर ताला लग गया हो। यह नजारा देख वहां मौजूद लोग हैरानी में पड़ गए कि आखिर बच्चों का भविष्य जिनके कंधों पर टिका है, उन्हें विभागीय और राष्ट्रीय स्तर की इतनी भी जानकारी नहीं है।
ध्वस्तीकरण में भी लापरवाही का आरोप प्रधानाचार्य इंदिरा सिंह पर एक और गंभीर आरोप सामने आया। उन्होंने विद्यालय की एक जर्जर कक्षा को ध्वस्त कराने का आदेश दिया, लेकिन उसके साथ लगे रसोईघर को भी तोड़ दिया गया। जब इस पर सवाल उठे तो प्रधानाचार्या ने इसे "जेसीबी वाले की गलती" बता दिया। इस लापरवाही से सरकारी धन का नुकसान हुआ, लेकिन जिम्मेदारी तय करने की दिशा में ठोस कार्रवाई अब तक नहीं हुई।
जांच के आदेश वहीं इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी राम जियावन मौर्य ने कहा कि यह बेहद गंभीर प्रकरण है। विभाग में कार्यरत प्रधानाचार्या को अपने ही मंत्री का नाम और प्रोटोकॉल नहीं पता होना चिंता की बात है। वहीं ध्वस्तीकरण मामले की भी जांच कराई जाएगी और जिम्मेदारी तय होगी।